Madhya Pradesh News: बीजेपी ने मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) में लोकसभा चुनाव के उम्मीदवारों का एलान किया है. इसमें कुछ को रिपीट किया गया तो कुछ चेहरे बदले गए हैं. वहीं, इस सूची में प्रज्ञा ठाकुर (Pragya Thakur) का नाम नहीं है. बीजेपी ने उनका टिकट काट दिया है. भोपाल से आलोक शर्मा को टिकट दिया गया है.


प्रज्ञा ठाकुर भोपाल (Bhopal) से सांसद हैं. प्रज्ञा ठाकुर संसदीय कार्यकाल के दौरान अपने बयानों के कारण विवादों में रही हैं. बताया जा रहा है कि प्रज्ञा की बयानबाजी के कारण केंद्रीय नेतृत्व उनसे नाखुश है. 


54 वर्षीय प्रज्ञा ठाकुर साध्वी प्रज्ञा के नाम से भी जानती जाती हैं. 2019 में उन्हें बीजेपी ने भोपाल से टिकट दिया था. उन्हें बीजेपी ने कांग्रेस के कद्दावर नेता और पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह के खिलाफ मैदान में उतारा था. पार्टी की उम्मीद पर खरी उतरते हुए दिग्विजय सिंह को प्रज्ञा ने बड़े अंतर से हराया था. प्रज्ञा ने पूर्व सीएम को 3,64,822 वोटों से जीत हासिल हुई थी.


जब प्रज्ञा ठाकुर से नाराज हुए थे पीएम मोदी
प्रज्ञा को बीजेपी ने 2019 में रक्षा संबंधी 21 सदस्यीय संसदीय कंसल्टेटिव कमिटी में शामिल किया था लेकिन उनके एक बयान के बाद उन्हें इस कमिटी से बाहर का रास्ता दिखा दिया गया था. उन्होंने संसद भवन में नाथू राम गोडसे को राष्ट्रभक्त करार दिया था. जिसकी न केवल विपक्ष ने आलोचना की थी बल्कि सात दिन के अंदर ही प्रज्ञा को रक्षा संबंधी कमिटी से हटा दिया गया था. इसके अलावा उन्हें बीजेपी की संसदीय दल की बैठक में भी हिस्सा नहीं लेने दिया गया था. प्रज्ञा अपने इस बयान को लेकर पार्टी के भीतर भी आलोचना का शिकार हुई थीं. यहां तक कि पीएम मोदी ने भी कड़े शब्दों में इसकी निंदा की थी. पीएम मोदी ने सख्त लहजे में कहा था कि प्रज्ञा ने भले ही माफी मान ली हो लेकिन मैं दिल से उन्हें कभी माफ नहीं कर पाउंगा.


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