प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शनिवार को सागर जिले के बड़तूमा में संत शिरोमणि स्वामी रविदास के सौ करोड़ की लागत से बनने वाले स्मारक और कला संग्रहालय का भूमि-पूजन किया. उन्होंने कोटा-बीना रेल लाइन दोहरीकरण का लोकार्पण किया और 1580 करोड़ रुपये से अधिक की लागत की दो सड़क परियोजनाओं की आधारशिला रखी. शिलान्यास और लोकार्पण के प्रधानमंत्री मोदी ने ढाना में एक जनसभा को संबोधित किया. 


संत रविदास का योगदान


प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि संत शिरोमणि स्वामी रविदास सामाजिक समरसता के प्रतीक थे. उन्होंने सामाजिक बुराइयों को दूर किया और समाज को जागृत किया, आज भारत उनके बताये मार्ग पर चलकर गुलामी की मानसिकता से मुक्ति के पथ पर आगे बढ़ रहा है.आज मध्य प्रदेश से सामाजिक समरसता के नए युग की शुरूआत हो रही है. 


मध्य प्रदेश सरकार की प्रसंशा


प्रधानमंत्री ने कहा कि मध्य प्रदेश प्रशंसा का पात्र है. मध्य प्रदेश आगे बढ़ रहा है. समरसता के भाव से जब कार्य होता है तो समाज से संत निकलते हैं. संत रविदास जी भी ऐसे संत और महात्मा थे. उन्होंने कहा कि संत रविदास जी ने उस कालखण्ड में जन्म लिया जब मुगलों का शासन था. समाज अत्याचार से जूझ रहा था. तब संत रविदास जी समाज का जागरण कर रहे थे. प्रधानमंत्री ने कहा कि बनारस में जहां संत रविदास की जन्म स्थली के सौन्दर्यीकरण का कार्य किया गया है, वहीं मध्य प्रदेश में भी इस दिशा में अच्छा काम हो रहा है. मध्य प्रदेश में रानी कमलापति के नाम पर रेलवे स्टेशन और टंट्या मामा के नाम पर पातालपानी रेल्वे स्टेशन का नामकरण किया गया. इसी तरह बाबा साहब डॉ.आंबेडकर से जुड़े पंच तीर्थों का विकास हो रहा है. उन्होंने कहा कि संत रविदास सहित बलिदानियों और महात्माओं की शिक्षाएं इन स्थानों के माध्यम से समाज को एकजुट रखेंगी. 


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