Pritam Lodhi on Dhirendra Krishna Shastri: बीजेपी में वापसी के बाद उमा भारती के विधायक भतीजे प्रीतम लोधी अचानक से बागेश्वरधाम सरकार के पीठाधीश्वर पंडित धीरेन्द्र कृष्ण शास्त्री के फैन हो गए हैं. उन्होंने कहा कि धीरेन्द्र कृष्ण शास्त्री रामकथा करते हैं और मैं उनका सम्मान करता हूं. हालांकि, पिछले साल नवम्बर माह में प्रीतम लोधी और धीरेन्द्र कृष्ण शास्त्री एक-दूसरे के खिलाफ आग उगल रहे थे.


बीजेपी से निष्कासन के बाद प्रीतम लोधी ने विवादित बयान देते हुए कहा था कि धीरेंद्र शास्त्री पापी हैं. वहीं,धीरेंद्र शास्त्री ने गुस्सा होते हुए कहा था कि "वह (प्रीतम लोधी) मुझे मिल गया तो मैं उसे मसल दूंगा."


ओबीसी का बड़ा चेहरा बनने की फिराक में थे लोधी
यहां बता दें कि ओबीसी का बड़ा चेहरा बनने की फिराक में विधायक प्रीतम लोधी ने पिछले साल बीजेपी से बगावत कर दी थी. उन्होंने बागेश्वरधाम सरकार के पीठाधीश्वर पंडित धीरेन्द्र कृष्ण शास्त्री के खिलाफ मोर्चा खोल दिया था. पंडित धीरेन्द्र कृष्ण शास्त्री ने भी ब्राम्हण और सनातन की अस्मिता को लेकर उनके खिलाफ जवाबी हमला किया था. इस मामले ने इतना तूल पकड़ा कि बीजेपी को प्रीतम लोधी को बाहर का रास्ता दिखाना पड़ा था. 






इसके बाद ओबीसी अस्मिता के नाम पर प्रीतम लोधी ने भी बीजेपी के खिलाफ ताल ठोकी. उन्होंने बुंदेलखंड के साथ ग्वालियर चंबल अंचल में कई रैलियां करके यह संकेत दिया कि अगले चुनाव में वे बीजेपी को नुकसान पहुंचा सकते हैं. हालांकि, उमा भारती के हस्तक्षेप के बाद बीजेपी और प्रीतम लोधी के बीच सुलह-सफाई का रास्ता निकला. बीजेपी को भी लगा कि प्रीतम लोधी की नाराजगी से उसे बुंदेलखंड और ग्वालियर चंबल अंचल में ओबीसी वोटों का नुकसान हो सकता है. इसी वजह से पिछले दिनों प्रीतम लोधी की एक बार फिर से भारतीय जनता पार्टी में वापसी हो गई.


'बीजेपी में वापसी के लिए रखी गई थी धीरेंद्र शास्त्री से मतभेज सुलझाने की शर्त'
बीजेपी से जुड़े उच्च पदस्थ सूत्रों का कहना है कि प्रीतम लोधी की पार्टी में वापसी के लिए यह शर्त भी रखी गई थी कि उन्हें बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर पंडित धीरेंद्र शास्त्री से अपने मतभेद सुलझाने होंगे. इसी के चलते अब प्रीतम लोधी की तरफ से पहल हुई है और उन्होंने एक वीडियो जारी करते हुए खुद को पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री का प्रशंसक बताया है.


प्रीतम लोधी ने यह भी कहा है कि वह बागेश्वर धाम सरकार जाकर पंडित धीरेंद्र प्रसाद जी से मुलाकात भी करेंगे. उन्होंने कहा कि कुछ गलतफहमी के कारण उनके बीच संवाद कड़वा हो गया था. राजनीतिक जानकारों का कहना है कि प्रीतम लोधी के इस बयान के बाद अब बीजेपी एक साथ ओबीसी और सवर्ण दोनों वोटों को साध सकेगी. इसका उसे बुंदेलखंड के साथ ग्वालियर चंबल अंचल में भी लाभ मिलेगा.


प्रीतम लोधी ने क्या दिया था बयान
दरसअल, 17 अगस्त को बदरवास के खरैह गांव में एक कार्यक्रम के दौरान प्रीतम लोधी ने कहा था कि 'पंडित 7-8 घंटे आपको पागल बनाएगा. हम पागल बनते भी हैं. वह कहेगा जितना दान दोगे ऊपर वाला आपको भी देगा. घर की महिलाएं घी, शक्कर, दालें पंडितों को दे आएंगी और अपने बच्चे को नहीं खिलाएंगी'. प्रीतम लोधी ने ये भी कहा कि 'पंडित घर की सुंदर महिलाओं पर भी बुरी नजर रखते हैं.'


इसके बाद प्रीतम लोधी के बयान पर हंगामा हो गया. ब्राह्मण समाज में प्रीतम लोधी के बयान के खिलाफ भारी गुस्सा देखा गया. ग्वालियर ब्राह्मण समाज और सर्व समाज के लोगों ने पुलिस अधीक्षक से मिलकर प्रीतम लोधी के खिलाफ कठोर कार्रवाई की मांग भी की थी. ब्राह्मण समाज ने कार्रवाई ना करने पर आंदोलन की चेतावनी भी दी थी. हंगामा बढ़ते देख बीजेपी ने प्रीतम लोधी को व तलब किया और बयान पर स्पष्टीकरण मांगा था. बाद में प्रीतम लोधी ने अपने बयान पर माफी भी मांगी लेकिन बीजेपी ने प्रीतम लोधी पर कार्रवाई करते हुए उन्हें पार्टी से बर्खास्त कर दिया. 


क्या बोले थे बागेश्वर धाम के धीरेंद्र शास्त्री
धीरेंद्र शास्त्री ने कहा कि "एक तथाकथित नेता का वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें उन्होंने ब्राह्मणों को लेकर आपत्तिजनक बयान दिया है. उन्होंने कहा है कि ब्राह्मण रोज आठ-आठ घंटे कथावाचन करते हैं और सार क्या निकलता है. अगर कथा, ब्राह्मण और व्यास नहीं होते तो कोई अपने पिता को नहीं पहचान पाता और पूरा संसार भगवान राम और कृष्ण के बारे में नहीं जान पाता. इस संसार को ब्राह्मणों और कथावाचकों की जरूरत है. ऐसे लोग पाखंड फैला रहे हैं."


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