MP News: सिंगरौली जिले में निजी स्कूलों की मनमानी सामने आई है. आरोप है कि शिक्षा का अधिकार अधिनियम के तहत दाखिला पाए बच्चों पर संचालक फीस जमा करने का दबाव बना रहे हैं. अभिभावकों ने बच्चों के साथ समाहरणालय पहुंचकर कलेक्टर से राहत दिलाने की गुहार लगाई है. स्कूल ड्रेस में बच्चों को लेकर कलेक्ट्रेट पहुंचे अभिभावकों ने कहा कि संकुल केंद्र गड़हरा के निजी स्कूल संचालक की ओर से फीस जमा करने का दबाव बनाया जा रहा है. उन्होंने बताया कि बच्चों का दाखिला शासन स्तर से चयन के बाद आरटीई कोटे में हुआ है.
स्कूलों पर फीस के लिए दबाव बनाने का आरोप
अभिभावकों का कहना है कि फीस जमा नहीं करने पर बच्चों को स्कूल से निकालने की धमकी भी दी जा रही है. कलेक्टर को ज्ञापन देते हुए अभिभावक धरेश कुमार शर्मा ने बताया कि दो बच्चों का आरटीई के तहत निजी स्कूल में एडमिशन हुआ है. स्कूल प्रबंधन के दबाव में अब तक उन्होंने 4500 रुपए फीस जमा किया कर दिया है. अभी और फीस जमा करने का दबाव बनाया जा रहा है. अन्य अभिभाव राम मनोहर पाल, अरविंद बसोर, संतोष कुमार, सुनील कुमार तिवारी, चंद्रकेश चायसवाल, जितेंद्र कुमार दुबे की भी मिलती जुलती शिकायत थी.
आरटीई कोटे के तहत हुआ था बच्चों का दाखिला
अभिभावकों ने निजी स्कूलों की मनमानी का मुद्दा कलेक्टर के सामने उठाया और मांग की कि प्रबंधन से राहत दिलाया जाए. उन्होंने कलेक्टर से स्कूल प्रबंधन को बच्चों का भविष्य देखते हुए खास निर्देश देने की अपील की. मामले की गंभीरता को देखते हुए सिंगरौली कलेक्टर ने शिक्षा अधिकारी को जांच का निर्देश दिया है. जिला शिक्षा अधिकारी स्कूल प्रबंधन से बात कर वस्तुस्थिति की जानकारी डीएम को देंगे. डीएम ने अभिवावकों को आश्वस्त किया है कि बच्चों की पढ़ाई में किसी भी तरह की समस्या नहीं होने दी जाएगी.