Priyanka Gandhi Gwalior Visit: विधानसभा चुनाव के पहले राजनीतिक प्रतिद्वंद्विता के चलते इतिहास की याद दिलाने का सिलसिला तेजी से चल पड़ा है. केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया (Jyotiraditya Scindia) द्वारा आजादी से अभी तक का इतिहास बताने के बाद अब बारी कांग्रेस (Congress) की है. प्रियंका गांधी (Priyanka Gandhi) गवालियर में रानी लक्ष्मीबाई की समाधि पर पहुंचकर पुष्पांजलि कर आम सभा में इतिहास का वर्णन कर राजनीतिक निशाना साध सकती है.
मध्य प्रदेश के विधानसभा चुनाव भारतीय जनता पार्टी और कांग्रेस की नहीं बल्कि गांधी और सिंधिया परिवार के लिए भी काफी प्रतिष्ठा का चुनाव हो गया है. केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया द्वारा आजादी से अभी तक इतिहास के कुछ सालों का वर्णन करते हुए कांग्रेस और राहुल गांधी पर सीधा निशाना साधा जा चुका है. इसके बाद अब गांधी परिवार की बारी है. शुक्रवार को प्रियंका गांधी ग्वालियर में चुनावी सभा को संबोधित करने वाली है.
कांग्रेस ने साधा था ज्योतिरादित्य सिंधिया पर निशाना
इसके पहले प्रियंका गांधी रानी लक्ष्मी बाई की समाधि पर पहुंचकर उन्हें पुष्पांजलि अर्पित करेंगी. यह पहला मौका है जब गांधी परिवार या कांग्रेस के उच्च पद पर आसीन कोई नेता कांग्रेस नेता ग्वालियर में आम सभा के पहले रानी लक्ष्मीबाई के चरणों में नमन करने पहुंच रहा है. कांग्रेस को प्रियंका गांधी से मध्य प्रदेश चुनाव में काफी उम्मीदें हैं. पूर्व सांसद प्रेमचंद गुड्डू के मुताबिक रानी लक्ष्मीबाई के साथ अंग्रेजों के समय क्या हुआ था? यह इतिहास किसी को बताने की आवश्यकता नहीं है. वीरांगना रानी लक्ष्मीबाई पर जब हमला हुआ था, तब अंग्रेजों के मित्रों ने राजधानी छोड़ दी थी.
यह इतिहास के पन्नों पर दर्ज है. जब इतिहास बताने की बात आई है तो सिंधिया परिवार के साथ-साथ गांधी परिवार और कांग्रेस को भी पूरा मौका मिला है. बीजेपी के प्रदेश उपाध्यक्ष और पूर्व सांसद डॉ. चिंतामणि मालवीय के मुताबिक चुनाव के दौरान कांग्रेस को मंदिर और वीरंगाना याद आती है, यह जनता अच्छी तरह जानती है.
सिंधिया विरोधी नेताओं का ग्वालियर में जमघट
केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया जब कांग्रेस में थे तब भी उन्हीं की पार्टी के कई नेता उनके खिलाफ खड़े रहते थे. अब जब ज्योतिरादित्य सिंधिया ने भारतीय जनता पार्टी का दामन थाम लिया है तो उनके विरोधी नेता खुलकर सामने आ गए. प्रियंका गांधी के ग्वालियर दौरे पर सिंधिया विरोधी नेताओं ने ग्वालियर में डेरा डाल दिया है. मेला ग्राउंड में एक लाख कांग्रेस कार्यकर्ताओं के जुटने का दावा किया जा रहा है. गांधी परिवार के सामने सिंधिया विरोधी नेता इस बात को दिखाना चाहते हैं कि उनके बीजेपी में जाने से ग्वालियर में कोई फर्क पड़ने वाला नहीं है हालांकि उनके दावों में कितनी सच्चाई है यह तो चुनाव परिणाम ही तय कर पाएंगे.
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