MP News: झारखंड में सम्मेद शिखर को पर्यटक स्थल बनाने विरोध, इंदौर के जैन समाज ने बंद रखा कारोबार
Indore News: जैन समाज ने अपनी दुकानें, व्यापार बंद कर अपना विरोध जताया. इसे विरोध- प्रदर्शन को इंदौर के कपड़ा मार्केट,सराफा एसोसिएशन,कृषि मंडी,दवा बाजार कॉटन एसोसिएशन ने अपना समर्थन दिया.
इंदौर: भारतवर्ष के जैन समुदाय के धार्मिक आस्था का केंद्र सम्मेद शिखर को झारखंड सरकार द्वारा पर्यटक स्थल घोषित करने के बाद देशभर का जैन समाज आंदोलित और आक्रोशित है. देशभर में झारखंड सरकार के इस फैसले के खिलाफ प्रदर्शन किया जा रहा है.जैन समाज ने बुधवार को व्यापार बंद कर प्रदर्शन किया.बुधवार को जैन समाज के लोग इंदौर के रीगल चौराहे पर बड़ी संख्या में जमा हुए. वहां पहुंचे लोगों ने सम्मेद शिखर जी पर्यटक स्थल घोषित करने का विरोध कर प्रदर्शन किया.जैन समाज द्वारा लगातार प्रदर्शन कर सरकार से मांग कर रहा है की सम्मेद शिखर को पर्यटक स्थलों की सूची से हटाया जाए.
क्या कहना है जैन समाज का
दिगंबर जैन समाज के अध्यक्ष राजकुमार पाटोदी ने बताया की पूरे देश भर में जैन समाज द्वारा भारत बंद का नारा दिया गया है. इसके बाद भी जैन समाज की कोई सुनवाई नहीं हो रही है. उन्होंने बताया कि हमने झारखंड सरकार को सात दिन का समय दिया था. लेकिन अब 10 दिन का समय बीत चुका है. लेकिन सरकार ने हमारी मांग नहीं मानी है. उन्होंने कहा कि अब लगता है कि सरकार को जगाने के लिए भारत बंद करना पड़ेगा. उन्होंने कहा कि इस मुद्दे पर पूरा देश एक है.अब जैन समाज के साथ अन्य समाज भी साथ आ रहा है.
जैन समाज ने इंदौर में भी अपनी दुकानें, व्यापार बंद कर अपना विरोध जताया. इससे इंदौर के कपड़ा मार्केट,सराफा एसोसिएशन,कृषि मंडी,दवा बाजार कॉटन एसोसिएशन सभी एसोसिएशन ने बंद कर इस विरोध को अपना समर्थन दिया.
झारखंड सरकार को दी चेतावनी
अध्यक्ष का कहना है की जैन समाज एकजुट होकर विरोध में उतर आया है. जैन समाज सही रास्ते पर है और निश्चित रूप से सरकार का फैसला गलत है. इसे सरकार वापस ले, क्योंकि जैन समाज का सबसे प्रमुख तीर्थ स्थल सम्मेद शिखर जी है. जैन समाज के 24 भगवान में से 20 भगवान वहां से बने हैं. करोड़ों करोड़ों मुनि महाशय मोक्ष को पहुंचे हैं.हम उसे पवित्र मानते हैं. हमारे धर्म में लिखा हुआ है कि एक बार उस तीर्थ की वंदना कर ली तो कभी भी उस व्यक्ति को पशु गति और नरक गति प्राप्त नहीं होगी.इतने पवित्र स्थल को पर्यटक स्थल घोषित करेंगे तो पर्यटन स्थल में क्या होता है यह आप सब जानते हैं, इसलिए हम इसका विरोध करते हैं.अगर सरकार अभी भी नहीं जागी तो आंदोलन आगे भी जारी रहेगा.
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