MP Rainfall: मध्यप्रदेश में इस महीने हुई आफत की बारिश ने किसानों की आंखों में आंसू ला दिए है. आंधी, ओले और पानी से किसानों की खड़ी फसल बर्बाद हो गई है. सरकारी सिस्टम में अभी तक जो आंकड़े आए हैं, उसके मुताबिक प्रदेश भर में 33 हजार 884 किसानों की 38 हजार 985 हेक्टेयर फसल खराब या प्रभावित हुई है. इसमें पिछले दो दिनों में महाकौशल (Mahakoshal) और बुंदेलखंड (Bundelkhand) इलाके में आई तबाही के आंकड़े शामिल नहीं है.


मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान (Shivraj Singh Chauhan) ने सोमवार को एक बैठक में ओलावृष्टि की जानकारी ली. राज्य के कृषि और राजस्व विभाग ने बताया कि ओलावृष्टि से गेंहू, चना, लहसुन, इसबगोल, धनिया, अलसी, मसूर, सरसों, मक्का एवं सब्जी की फसलें खराब हो गई हैं. इसके साथ ही 12 जिलों में बिजली गिरने से 22 से ज्यादा लोगों की जान चली गई है. सीएम चौहान ने प्रभावित जिलों में तत्काल सर्वे शुरू कराने के निर्देश दिए. उन्होंने एक हफ्ते में सर्वे रिपोर्ट मांगी है.


करीब 34 हजार किसानों की 38,985 हेक्टेयर फसल खराब


सूबे में मार्च के महीनें में 20 से 22 जिलों में ओले के साथ आफत की बारिश हुई. इससे नुकसान का आंकलन शुरू हो चुका है जिसका पूरा डाटा एक हफ्ते बाद मिल पाएगा. सरकार को मिली प्रारंभिक जानकारी के मुताबिक प्रदेश के 19 जिलों के 525 गांवों में 33 हजार 884 किसानों की 38 हजार 985 हेक्टेयर फसल खराब या प्रभावित हुई है. इस आंकड़े से सरकार भी चिंतित है. सरकार ने सर्वे के लिए राजस्व, कृषि और पंचायत और ग्रामीण विकास विभाग के अफसरों का संयुक्त दल भी बनाया है. जानकारी के अनुसार सबसे पहले मालवा की तरफ ओलावृष्टि हुई. रतलाम, आगरमालवा, मंदसौर, विदिशा, नीमच, खरगोन, राजगढ़, रायसेन, बड़वानी, भोपाल, शाजापुर, ग्वालियर, शिवपुरी, श्योपुर, मुरैना और धार जिलों में ओले गिरे.


25% से अधिक नुकसान वाले जिलों में ही मिलेगी राहत 


सर्वे के बाद पता चला कि रतलाम, मंदसौर, विदिशा और धार में 25% से ज्यादा नुकसान हुआ है. बाकी 12 जिलों में नुकसान कम है. नियमानुसार 25 प्रतिशत से अधिक नुकसान वाले जिलों में ही किसानों को राहत मिल पाएगी. दूसरे चरण में नर्मदापुरम, शहडोल, जबलपुर, चंबल, उज्जैन, सागर, इंदौर, ग्वालियर, रीवा और भोपाल संभाग के जिलों में बारिश हुई. 19 मार्च को मंडला, बालाघाट, छिंदवाड़ा, नरसिंहपुर बारिश हुई.सोमवार को जबलपुर और आसपास के इलाकों में भी जबरदस्त बारिश हुई.


कांग्रेस ने सदन से किया वॉकआउट


वहीं सोमवार को विधानसभा में ओलावृष्टि से खराब हुई फसलों और 10वीं-12वीं बोर्ड परीक्षा के पेपर लीक (Board Exam Paper Leak) को लेकर कांग्रेस ने हंगामा किया. नेता प्रतिपक्ष डॉ. गोविंद सिंह (Govind Singh) ने कहा कि प्रदेश के 13 से 14 जिलों में ओलावृष्टि हुई और इससे फसलें खराब हो गईं. किसानों में हाहाकार मचा है लेकिन सरकार ने अब तक सर्वे शुरू नहीं कराया है. नायब तहसीलदार- तहसीलदार हड़ताल पर हैं. वहीं जब सदन में इस पर चर्चा नहीं हुई तो विरोध में कांग्रेस ने सदन से वॉकआउट कर दिया.


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