इस समय मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) की राजनीति में बड़ा ही भूचाल मचा हुआ है. क्योंकि सीहोर वाले अंतरराष्ट्रीय कथा वाचक प्रदीप मिश्रा रायसेन में कथा कर रहे हैं. शिव पुराण कथा के दौरान उन्होंने मंच से कहा था रायसेन के किले में शिवजी कैद में हैं इसके बाद राजनीति में भूचाल मच गया था. उमा भारती (Uma Bharti) ने चेतावनी दी थी कि मैं रायसेन के किले पहुंचकर शिव अभिषेक करूंगी. पूर्व मुख्यमंत्री एवं भाजपा (bjp) नेता उमा भारती रायसेन के किले में शिव मंदिर के बाहर भूख हड़ताल पर बैठ गई हैं.
उमा भारती ने ये किया था ऐलान
उमा भारती, भारत सरकार के पुरातत्व विभाग के खिलाफ प्रदर्शन कर रही हैं. पुरातत्व विभाग में किले पर स्थित प्राचीन शिव मंदिर में ताला लगा रखा है. मध्य प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री और भाजपा (bjp) नेता उमा भारती ने ऐलान किया था कि नवरात्रि के बाद पहले सोमवार को रायसेन के किले पर स्थित प्राचीन शिव मंदिर (shiv temple) जाएंगी और ताले में बंद शिवलिंग का विधिवत अभिषेक करेंगी. निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार उमा भारती रायसेन किले पर स्थित प्राचीन शिव मंदिर पहुंच गई है परंतु मंदिर में ताला लगा हुआ है.
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उमा भारती, शिव मंदिर के दरवाजे पर बैठ गई हैं. उन्होंने कहा कि हम ताला खुलवाना चाहते हैं, तोड़ना नहीं. अयोध्या आंदोलन में ताला खुलवाने का नारा था.आगे बढ़ो, जोर से बोलो और राम जन्मभूमि का ताला खोलो. ये ताला तो बहुत छोटा है, मेरे घूंसे से भी टूट जाएगा.जब तक ताला नहीं खुलेगा, अन्न त्याग रही हूं.
जानें रायसेन किले के शिव मंदिर का विवाद क्या है?
रायसेन के लिए के शिव मंदिर का कोई विवाद नहीं है. यह मामला ना तो न्यायालय में विचाराधीन है और ना ही किसी भी प्रकार का कोई दावा किया जाता है. यह मंदिर भारत सरकार के पुरातत्व विभाग के अधीन है. पुरातत्व विभाग के पास बजट नहीं है इसलिए मंदिर की देखभाल और पूजा पाठ के लिए किसी की नियुक्ति नहीं की गई है और मंदिर में ताला डाल दिया गया है.
शिवभक्त किले में जाने के लिए प्रयास कर रहे है वहीं पुलिस उन्हें रोकने की कोशिश कर रही है. बैरिकेड्स पर पुलिस और शिव भक्तों के बीच धक्का-मुक्की जोरों से जारी है.
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