MP News: राजगढ़ में शुक्रवार को पापुलर फ्रंट आफ इंडिया की जिला इकाईयों ने रैली निकालकर विरोध जताया. उन्होंने एनआईए और ईडी की छापेमारी और गिरफ्तारी के विरोध में हाथों में PFI के झंडे बैनर के साथ रैली निकालकर कलेक्टर कार्यालय पहुंचे. जहां उन्होंने महामहिम राष्ट्रपति के नाम नायब तहसीलदार को ज्ञापन दिया. 


छापेमारी गलत


तहसीलदार को सौंपे गए ज्ञापन में मांग की गई है कि  एनआईए और ईडी द्वारा पूरे देश में छापेमारी करना गलत है. कई राज्य स्तर के नेता एवं कार्यकर्ताओ के निवास पर जो छापे मारकर कार्रवाई की गई है वह बिना किसी जांच और बिना सबूत के की गई है. पॉपुलर फ्रंट आफ इंडिया एक सामाजिक संगठन है, जो देश के लोकतंत्र और संविधान पर विश्वास रखता है. ये मजलूम, शोषित और दबे कुचले लोगो के लिए समाजिक इंसाफ की मांग करता है.


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जल्द रिहा किए जाएं PFI लीडर


आगे कहा गया कि पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया किसी भी तरह गैरकानूनी गतिविधियों में शामिल नहीं है और ना ही किसी आतंकवादी संगठन से इसका कोई लेना-देना है. देश की जांच एजेंसियां सरकार की चापलूसी कर रही है. उन्होंने तत्काल पापुलर फ्रंट आफ इंडिया के राष्ट्रीय एवं राज्य स्तर के नेताओं को रिहा करने की मांग की है.


कई नेताओं की हुई थी गिरफ्तारी


मालूम हो कि पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया से जुड़े लोगों के खिलाफ हाल ही में देशव्यापी कार्रवाई की गई है. राष्ट्रीय अन्वेषण अभिकरण (NIA) और प्रवर्तन निदेशालय (ED) की छापेमारी के दौरान पीएफआई से जुड़े 106 नेताओं और कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार किया गया है. गिरफ्तार किए गए लोगों में पीएफआई के चेयरमैन, वाइस चेयरमैन और सेक्रेटरी और एसडीपीआई (SDPI) के मुखिया भी शामिल हैं.


पीएम मोदी थे निशाने पर


वहीं पीएफआई के खिलाफ एनआईए की एफआईआर से खुलासा हुआ है कि इस संगठन से जुड़े लोगों ने पिछले दिनों पीएम मोदी को निशाना बनाने की योजना बनाई थी. एफआईआर में 26 लोगों के नाम हैं, जिन पर आरोप है कि वे पीएम मोदी के दौरे को बाधित करने की योजना बना रहे थे.


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