Ram Mandir Inauguration: 40 साल बाद टूटेगा मध्य प्रदेश के मौनी बाबा का मौन व्रत, रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के बाद बोलेंगे 'जय श्री राम'
Ram Mandir Inauguration: मौनी बाबा ने 1980 में प्रण लिया था कि जब तक राम मंदिर नहीं बन जाता वह अन्न ग्रहण नहीं करेंगे. तब से वह फल खाकर गुजारा कर रहे हैं. वहीं 1984 में उन्होंने मौन व्रत धारण कर लिया.
Mauni Baba on Ram Mandir Pran Pratishtha: राम मंदिर बनने को लेकर संतों और बाबाओं ने कई तरह के प्रण लिए थे. किसी ने मौन व्रत ले लिया था तो किसी ने अन्य तक त्याग दिया था. अब जब राम मंदिर की प्राण-प्रतिष्ठा होने वाली है, तो इन संतों का प्रण भी पूरा हो चुका है. ऐसे में अब सभी खुशी से रामलला का स्वागत करने के लिए आतुर हैं. अयोध्या में 22 जनवरी को भव्य राम मंदिर में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा होगी और इसके साथ ही मध्य प्रदेश के मौनी बाबा का 40 साल पुराना प्रण भी पूरा होगा जो उन्होंने 1982 में लिया था.
मध्य प्रदेश के दतिया में रहने वाले 'मौनी बाबा' (मौन संत) ने 1984 में अयोध्या में रामलला के सिंहासन पर बैठने तक एक भी शब्द नहीं बोलने की शपथ ली थी. जैसे-जैसे अयोध्या में राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा नजदीक आ रही है, तो उन्होंने 22 जनवरी को भगवान राम के नाम का जाप करके अपनी चुप्पी तोड़ने का फैसला किया है. फिलहाल, बाबा एक छोटे चॉकबोर्ड पर लिखकर लोगों को अपनी बात बताते हैं.
VIDEO | Madhya Pradesh’s ‘Moni Baba’ (silent saint) took a vow in 1984 to not utter a single word till Ram Lalla sat on his throne in Ayodhya. As the Pran Pratishtha for the Ram Temple in Ayodhya draws closer, he has decided to break his silence by chanting the name of Lord Ram… pic.twitter.com/aFgRgWXoJ1
— Press Trust of India (@PTI_News) January 11, 2024
मौनी बाबा को नहीं मिला प्राण-प्रतिष्ठा का निमंत्रण
वहीं मौनी बाबा ने 1980 में यह भी प्रण लिया था कि जब तक राम मंदिर नहीं बन जाता वह अन्न ग्रहण नहीं करेंगे. वह 44 साल से फल खाकर गुजारा कर रहे हैं. इसके बाद 1984 में उन्होंने राम मंदिर बनने के लिए पैरों में चप्पल पहनना छोड़ दिया था और मौन व्रत धारण कर लिया. मौन व्रत धारण किए 40 साल हो गए हैं, अब राम मंदिर बन गया तो संत अयोध्या में व्रत तोड़ना चाहते हैं, लेकिन उन्हें अयोध्या का निमंत्रण नहीं मिला है.