Watch: गुलाल में सराबोर... हाथ में मंजीरा... शिवराज सिंह चौहान ने विदिशा में कुछ ऐसे मनाई रंगपंचमी
Rang Panchami 2024: शिवराज सिंह चौहान होली मिलन समारोह में पहुंचे तो बहनों ने उन्हें आशीर्वाद दिया, उनके साथ रंगपंचमी मनाई. बहनों ने अपने भैया के माथे पर गुलाल का टीका लगा उनके हाथ में पैसे थमा दिए.
Shivraj Singh Chouhan Celebrated Rang Panchami in Vidisha: मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान (Shivraj Singh Chouhan) ने रंगपंचमी (Rang Panchmi 2024) के अवसर पर विदिशा और सांची विधानसभा के सलामतपुर और बेसर गांव में आयोजित होली मिलन समारोह में शिरकत की. इस दौरान शिवराज सिंह चौहान ने देश और प्रदेशवासियों को रंगपंचमी की शुभकामनाएं दी.
पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान शनिवार की सुबह सांची विधानसभा के ग्राम सलामतपुर और बेसर गांव में आयोजित कार्यक्रम में सम्मिलित होने के लिए पहुंचे. इस बीच रास्ते में शिवराज सिंह चौहान का फूलों की बौछारों से जमकर स्वागत किया गया. हर जगह पूर्व सीएम शिवराज को बहनों ने सिर पर हाथ रख आशीर्वाद दिया और उनके साथ रंगपंचमी भी मनाई. बहनों ने अपने भैया के माथे पर गुलाल का टीका लगाया और उनके हाथ में पैसे थमा दिए.
#WATCH | Former Madhya Pradesh CM Shivraj Singh Chauhan participated in Holi Milan celebrations and Rang Panchami in Salamatpur and Besar villages of Vidisha and Sanchi assembly, earlier today. pic.twitter.com/NggGf03xya
— ANI MP/CG/Rajasthan (@ANI_MP_CG_RJ) March 30, 2024
पूर्व सीएम ने गुनगुनाएं फाग के गीत
इस दौरान शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि आनंद, उत्साह और रंगों का यह पावन पर्व सबके जीवन में सुख-समृद्धि, शांति और खुशहाली लाए. साथ ही पूर्व सीएम शिवराज ने आमजन के साथ जमीन पर बैठकर मंजीरा बजाया, फाग के गीत गुनगुनाएं और भजन भी गाया. साथ ही पूर्व सीएम ने कहा कि 'विदिशा-रायसेन संसदीय क्षेत्र को आदर्श लोकसभा क्षेत्र बनाना है. मैं यहां हर शहर, हर गांव को आदर्श बनाने और विकास में कोई कसर नहीं छोड़ूंगा.'
पूर्व सीएम शिवराज ने क्या कहा?
पूर्व सीएम शिवराज ने आगे कहा कि मैंने बचपन में देखा था कि बहनों के जीवन में बहुत दुख और तकलीफ होती थी. बेटा-बेटी में भेद किया जाता था, उस वक्त मुझे लगा कि बहनों और बेटियों के जीवन को संवारने के लिए कुछ करना होगा. जब मैं सांसद बना तो बेटियों की शादी करवाना शुरू किया. फिर मुख्यमंत्री बना तो सबसे पहले लाड़ली लक्ष्मी योजना (Ladli Laxmi Yojana) शुरू की, क्योंकि बेटी बोझ नहीं वरदान हैं. इसके बाद फिर कन्या विवाह योजना और उसके बाद लाड़ली बहना योजना (Ladli Bahana Yojana) आई, जिसने बहनों का जीवन बदल दिया.