Rani Durgavati University Jabalpur: मध्य प्रदेश सरकार के उच्च शिक्षा विभाग ने जबलपुर और आसपास के जिलों के 20 हजार स्टूडेंट्स का भ्रम दूर कर दिया है. विभाग ने स्नातक चौथे वर्ष में प्रवेश की गाइडलाइन जारी कर दी है. विश्वविद्यालय एवं कॉलेजों में ऑनर्स विद रिसर्च यानी स्नातक चौथे वर्ष में प्रवेश की अनुमति शर्तों के साथ दी गई है.
बता दे कि, मध्य प्रदेश में राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 को लागू की गई है.इसके तहत सत्र 2024-25 में पहली बार स्नातक पाठ्यक्रम में चौथे वर्ष की पढ़ाई शुरू होगी.चतुर्थ वर्ष के लिए नई शिक्षा नीति में ऑनर्स या रिसर्च के विकल्प हैं. इसके लिए निर्धारित अर्हता के साथ विद्यार्थी अपनी पसंद चुन सकते हैं.
शोध केंद्र कॉलेज में होना जरूरी होगा
नई शिक्षा नीति के तहत रानी दुर्गावती विश्वविद्यालय के 20 हजार स्टूडेंट्स का भ्रम दूर करते हुए स्नातक चौथे वर्ष में प्रवेश की गाइडलाइन जारी कर दी गई है. कुलसचिव दीपेश मिश्रा के मुताबिक विश्वविद्यालय एवं कॉलेजों में ऑनर्स विद रिसर्च यानी स्नातक चौथे वर्ष में प्रवेश की अनुमति शर्तों के साथ दी गई है. इसमें कॉलेजों में कम से कम दो नियमित शिक्षक शोध निदेशक के रूप में होना अनिवार्य किया गया है. इसके अलावा रिसर्च के लिए शोध केंद्र कॉलेज में होना जरूरी होगा. इन मापदंडों को पूर्ण करने वाली संस्था में ही विद्यार्थी चतुर्थ वर्ष के लिए प्रवेश ले पाएंगे. प्रवेश के संबंध सम्पूर्ण में गाइडलाइन जारी कर दी गई है.
प्रवेश के लिए नियम
उच्च शिक्षा विभाग ने साफ किया है कि तृतीय वर्ष में 120 क्रेडिट स्कोर करने पर ही विद्यार्थी को चौथे वर्ष ऑनर्स में प्रवेश मिलेगा. ऐसे विद्यार्थियों को 7.5 सीजीपीए की अनिवार्यता नहीं होगी. जो विद्यार्थी स्नातक चतुर्थ वर्ष (ऑनर्स विद रिसर्च) में प्रवेश लेने के इच्छुक हैं, उन्हें 7.5 सीजीपीए अर्जित करना अनिवार्य होगा. स्नातक तृतीय वर्ष में 120 क्रेडिट अर्जित करना होगा. राष्ट्रीय शिक्षा नीति, 2020 के परिप्रेक्ष्य में जारी अध्यादेश अनुसार विद्यार्थी द्वारा स्नातक चतुर्थ वर्ष (ऑनर्स) में निर्धारित क्रेडिट अर्जित करने पर मेजर विषय में ऑनर्स की उपाधि प्राप्त कर सकेगा.
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