Jabalpur News: रानी दुर्गावती विश्वविद्यालय के दीक्षांत समारोह में 'नो मास्क-नो एंट्री', यूनिवर्सिटी ने लिया फैसला
MP News: जबलपुर के रानी दुर्गावती विश्वविद्यालय कुलपति डॉ. कपिल देव मिश्रा का कहना है कि मास्क की अनिवार्यता के पीछे मुख्य मकसद लोगों को संदेश देना है कि खुद की बेहतरी के लिए मास्क लगाना जरूरी है.
![Jabalpur News: रानी दुर्गावती विश्वविद्यालय के दीक्षांत समारोह में 'नो मास्क-नो एंट्री', यूनिवर्सिटी ने लिया फैसला Rani Durgavati University jabalpur vc order no mask no entry in convocation ann Jabalpur News: रानी दुर्गावती विश्वविद्यालय के दीक्षांत समारोह में 'नो मास्क-नो एंट्री', यूनिवर्सिटी ने लिया फैसला](https://feeds.abplive.com/onecms/images/uploaded-images/2022/12/27/93307283a7b09d1b57cd707de2305b511672123600486369_original.jpg?impolicy=abp_cdn&imwidth=1200&height=675)
RDU Annual Convocation Jabalpur: रानी दुर्गावती विश्वविद्यालय का एक फैसला बेहद तारीफ के काबिल है. कोरोना के खतरे को देखते हुए विश्वविद्यालय ने तय किया है कि दीक्षांत समारोह में बिना मास्क के एंट्री नहीं दी जाएगी. दीक्षांत समारोह 29 दिसंबर को होगा जिसके मुख्य अतिथि मंगू भाई पटेल होंगे. यहां पर इस बात का जिक्र कर दें कि वर्तमान में जबलपुर में कोरोना का एक भी एक्टिव केस नहीं है.
कोरोना संक्रमण को लेकर सतर्कता बरतते हुए रानी दुर्गावती विश्वविद्यालय में 29 दिसंबर को होने वाले दीक्षांत समारोह को लेकर फरमान जारी हुआ है कि बिना मास्क लगाये कार्यक्रम में कोई शामिल नहीं होगा. यहां तक कि रिहर्सल भी मास्क लगाकर की गई. इस दौरान कुलपति डॉ. कपिल देव मिश्रा ने मुख्य अतिथि की भूमिका में मास्क पहनकर छात्र-छात्राओं को उपाधि एवं मेडल वितरित किए.
ये है हमारा मकसद
दीक्षांत समारोह में 53 स्वर्ण पदक और 226 पीएचडी उपाधिधारक विद्यार्थी शामिल होंगे. विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. कपिल देव मिश्रा ने साफ कहा है कि कोरोना संक्रमण को देखते हुए दीक्षांत समारोह में मास्क लगाने का फैसला सभी के लिए एक संदेश भी होगा. ताकि लोग फिर से इसकी आदत डाल सके. वीसी कपिल देव मिश्रा का कहना है कि कोरोना पहले ही दुनियाभर में लाखों लोगों की जान ले चुका है. दुनिया के कई देशों में कोरोना का प्रकोप फिर से जारी है. भारत में भी कोरोना के नये वेरिएंट के आने की आशंका है. इसलिए सतर्कता ही सभी को इस महामारी से बचा सकता है.
अभी तक सामने आ चुके हैं 68,645 मरीज
सरकारी रिकॉर्ड के मुताबिक जबलपुर जिले में अभी तक कुल 68 हजार 645 लोग कोरोना पॉजिटिव मामले सामने आए. इनमें से 817 लोगों की मौत हो गई. पहली और दूसरी लहर में कोरोना ने जमकर हाहाकार मचाया था. अब कोई भी नहीं चाहता कि कोरोना संक्रमण का वह दौर फिर से लौट कर आये. इसी वजह से कोरोना को लेकर सावधानी बरतने की कोशिश की जा रही है. साथ ही संदेश भी दिया जा रहा है कि मास्क पहनना सबके लिए जरूरी है.
यह भी पढ़ें: Vyapam Scam: सीबीआई कोर्ट का बड़ा फैसला, व्यापम घोटाले के दो और मुन्नाभाइयों को सुनाई चार साल की सजा
ट्रेंडिंग न्यूज
टॉप हेडलाइंस
![ABP Premium](https://cdn.abplive.com/imagebank/metaverse-mid.png)