Ratlam News: राजस्थान में 300 साल पुराने शिव मंदिर तोड़े जाने पर क्या बोले कथावाचक प्रदीप मिश्रा? जानिए
राजस्थान में 300 साल पुराने शिव मंदिर को तोड़े जाने पर पंडित प्रदीप मिश्रा ने कहा है कि सरकार मंदिर को तोड़ सकती है, लेकिन सनातनियों के दिल में बसे मंदिर को कैसे तोड़ेगी.
Ratlam News: मध्य प्रदेश के कथावाचक पंडित प्रदीप मिश्रा ने राजस्थान में 300 साल पुराने शिव मंदिर को तोड़े जाने पर प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने कहा कि सरकार जमीन की मंदिर को तोड़ सकती है, लेकिन सनातनियों के दिल में बसे मंदिर को कैसे तोड़ेगी. मंदिर तोड़ने वाले समझ लें कि हजारों लोगों के हृदय में बैठे शिव के मंदिर को कैसे तोड़ोगे. प्रदीप मिश्रा रतलाम में इस समय महाशिवपुराण कथा कर रहे हैं.
300 साल पुराने शिव मंदिर तोड़ने का मामला
उन्होंने कनेरी रोड हरथली फंटे पर हो रही कथा में कहा कि अगर मंदिर हटाना ही था तो भगवान शिव और शिव परिवार की प्रतिमाएं विधि-विधान से हटाकर पुरातत्व विभाग को ही सौंप देते. उन्होंने कहा कि जैसा कर्म किया है, वैसा ही फल पाओगे. शिवमहापुराण के हवाले से मिश्रा ने कहा कि गोमाता की रक्षा, देश और राष्ट्र उत्थान के लिए झूठ बोलो. राजस्थान के अलवर में 22 अप्रैल को 300 साल पुराने शिव मंदिर को ढहा दिया गया. सरकार के फैसले की काफी आलोचना हुई थी. बीजेपी ने कहा कि सरकार जहांगीरपुरी (दिल्ली) में हुई घटना का बदला मंदिर तोड़कर ले रही है. मंदिर तोड़ने के लिए बाकायदा जेसीबी लाई गई थी. शिवलिंग को हटाने के लिए भी सावधानी नहीं रखी गई.
ऐसे चर्चा में आए थे कथावाचक पं. प्रदीप मिश्रा
सीहोर में 1 मार्च को महाशिवरात्रि पर रुद्राक्ष महोत्सव के दौरान उमड़ी भीड़ की वजह से कार्यक्रम स्थगित हो गया था. कार्यक्रम स्थगित होने से प्रदेश की सियासत गरमा गई. 2 मार्च को पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती ने प्रदीप मिश्रा से चर्चा की. इससे पहले बीजेपी के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने प्रशासनिक नाकामी पर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को चिट्ठी लिखी थी. इसके बाद 2 मार्च को सीहोर में अफसरों को तांता लग गया. कमिश्नर, कलेक्टर और एसपी पंडित प्रदीप मिश्रा से मिलने पहुंचे थे.