Pench Tiger Reserve News: मध्य प्रदेश के सिवनी जिले के पेंच टाइगर रिजर्व से टाइगर फैमिली का शानदार वीडियो सामने आया है. पेंच टाइगर रिजर्व ने अपने सोशल मीडिया एकाउंट से दो वीडियो पोस्ट करते हुए जिम्मेदार पर्यटन की नसीहत भी दी. जानकार इसे सतपुड़ा टाइगर रिजर्व के उस मामले से जोड़कर देख रहे हैं, जिसमें फिल्म अभिनेत्री रवीना टंडन पर टाइगर देखने के दौरान उसकी निजता का उल्लंघन करने के आरोप लगे. पेंच टाइगर रिजर्व ने एक तरह से अपने पार्क में नियम-कायदे से पर्यटन होने की दुहाई दी. सबसे पहले पेंच टाइगर रिजर्व के ट्वीटर हैंडल से पोस्ट किए गए दो वीडियो की चर्चा कर लेते हैं. वीडियो में टाइगर देखकर रोमांचित और खुश होकर टूरिस्ट उनकी संख्या गिनते जा रहे थे. यहां पर्यटकों की जिप्सी के आगे से एक-एक करके सात टाइगर का कुनबा निकला.
रवीना टंडन पर लगे थे आरोप
पेंच टाइगर रिजर्व की ओर से बताया गया कि पेंच टाइगर रिजर्व में आज (शुक्रवार) एक बाघ परिवार के दर्शन हुए, पर्यटकों ने उन्हें दूर से देखा गया. टाइगर फैमिली को निजता का क्षेत्र देने और उचित दूरी बनाए रखने के लिए ड्राइवर और गाइड को धन्यवाद. इससे बाघों को परेशानी नहीं हुई. अब बात करते हैं कि पेंच टाइगर रिजर्व की, जिसने पर्यटकों के खुश होने की खबर देने के साथ जिमेदार पर्यटन को लेकर सफाई दी.
दरअसल कुछ दिन पहले फिल्म अभिनेत्री रवीना टंडन भोपाल के नजदीक सतपुड़ा टाइगर रिजर्व में बाघ का दीदार करने गई थी. इस दौरान आरोप लगा था कि उनकी जिप्सी ने बाघ का रास्ता रोका और वह बाघ के काफी करीब चली गई थी. सोशल मीडिया में इसका वीडियो वायरल होने के बाद हंगामा मच गया और रवीना टंडन को ट्रोल किया जाने लगा. इसके बाद वन विभाग ने जांच के आदेश दिए थे.
क्या कहा वाइल्डलाइफ अधिकारी ने?
अब इस विवाद में रवीना टंडन की सफाई और वन महकमे के आला अधिकारी द्वारा उन्हें क्लीन चिट देने का बयान भी आ गया. रवीना टंडन ने कहा कि ऐसा कुछ नहीं हुआ था. यह मीडिया हाइप है क्योंकि जहां एक सेलिब्रिटी का नाम जुड़ जाता है, वहां एक नॉर्मल चीज भी कुछ ज्यादा चर्चा में आ जाती है. उन्होंने कहा कि यह बहुत दुःखद है कि हमें सेलिब्रिटी होने का खामियाजा भुगतना पड़ता है. हमारी कोई गलती ना भी हो तो भी हम पर लोग तुरंत अंगुलियां उठा देते हैं.
पीसीसीएफ वाइल्डलाइफ अधिकारी जेएस चौहान का कहना है कि रातापानी के फील्ड डायरेक्टर को पूरे मामले की पड़ताल करने के निर्देश दिए गए. ऐसी घटनाओं के लिए आगंतुक जिम्मेदार नहीं होते हैं, क्योंकि पहली जिम्मेदारी सफारी के ड्राइवर और गाइड की होती है. उन्हें सारे नियम पता होते हैं, उन्हें इसकी ट्रेनिंग दी जाती है. जांच के बाद जिसकी भी गलती सामने आएगी, उस पर जरूर कार्रवाई होगी.