Madya Pradesh News: मध्य प्रदेश में नर्सिंग कॉलेजों को लेकर लगातार हो रही शिकायतों के बाद नर्सेस रजिस्ट्रेशन काउंसिल ने बड़ा निर्णय लेकर 90 से अधिक नर्सिंग कॉलेजों की मान्यता रद्द कर दी. इससे मध्य प्रदेश में हड़कंप मच गया. लगातार इन कॉलेजों को लेकर मान्यता नवीनीकरण के लिए जरूरी प्रमाण पत्र उपलब्ध कराने को कहा गया था. वहीं किसी भी कॉलेज ने प्रमाण पत्र उपलब्ध नहीं करवाए जिससे एक्शन लेते हुए 90 से अधिक नर्सिंग कॉलेजों पर गाज गिरी.


कोर्ट ने दिया आदेश
हॉस्टल लैब की फोटो शैक्षणिक भवन संबंध अस्पताल के सभी दस्तावेज और फोटो उपलब्ध कराना था लेकिन किसी नर्सिंग कालेज ने  एक भी प्रमाण-पत्र नहीं दिए. इसी बीच नर्सेस रजिस्ट्रेशन काउंसिल द्वारा हाई कोर्ट जबलपुर में दायर याचिका जनहित में लगाई थी. 9 मई को पारित आदेश के परिप्रेक्ष्य में यह दस्तावेज मांगे थे. 30 अगस्त को हाईकोर्ट में फिर इस मामले की सुनवाई थी इसमें कोर्ट ने कहा था कि जिन कॉलेजों प्रमाण पत्र नहीं दिए हैं उनके खिलाफ कार्रवाई की जाए. काउंसलिंग की रजिस्ट्रार सुनीता सिजू ने इन कॉलेजों की मान्यता 22 अगस्त को निलंबित कर दी थी लेकिन अब दस्तावेज देने पर इनकी मान्यता बहाल हो सकती है. क्योंकि 23 अगस्त को मामले की सुनवाई करते हुए हाईकोर्ट ने रजिस्ट्रार को निलंबित करने के आदेश दिए थे.


इन कॉलेजों पर गिरी गाज
इस बीच मध्य प्रदेश के 15 हजार से अधिक विद्यार्थियों की डिग्री संकट में अटक गई है. इनमें वह कॉलेज है जो भोपाल के चर्चित नामों में से है. कस्तूरबा नर्सिंग कॉलेज, चिरायु अस्पताल नर्सिंग कॉलेज, एल एन नर्सिंग स्कूल, मार बेसिलियोस कालेज सहित अन्य कॉलेज स्कूल है जो नर्सिंग के विद्यार्थियों को डिग्री देने के लिए एडमिशन लिए थे. इन सभी नर्सिंग कॉलेजों की निरीक्षण के बाद पोल खुली. इसमें कई खामियां देखने को मिली इसके बाद से स्कूल कॉलेजों में नर्सिंग की डिग्रियों पर रोक लग गई. अब 15 हजार  से अधिक विद्यार्थी परेशान हो रहे हैं.



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