MP News: 'लाल देह लाली लसे, अरु धरि लाल लंगूर..' हनुमान चालीसा की इस पंक्ति का सुंदर वर्णन है कि भगवान हनुमान लाल सिंदूर लगाते हैं और उनकी देह भी लाल है, लेकिन इस लाल रंग ने मध्य प्रदेश के सतना में श्रद्धालुओं के बीच सनसनी फैला दी है. हनुमानजी की प्रतिमा से लाल रंग निकलने की वजह से श्रद्धालुओं ने पूजा अर्चना शुरू कर दी है. अखंड पाठ किया जा रहा है. इसके अलावा भंडारे का भी आयोजन किया जाएगा.


मध्य प्रदेश में कहां की है यह घटना


मध्य प्रदेश के सतना जिले के नागौद तहसील के ग्राम बमुरहिया में जब श्रद्धालु हनुमान मंदिर में दर्शन करने के लिए पहुंचे तो प्रतिमा देखकर दंग रह गए. भगवान हनुमान जी की प्रतिमा के निचले हिस्से से सिंदूर जैसा लाल रंग निकलता हुआ दिखाई दे रहा है. पैर के कई हिस्सों से लाल रंग देखकर श्रद्धालुओं में तरह-तरह की चर्चाएं चल पड़ी हैं. ग्रामीणों के मुताबिक हनुमान प्रतिमा से रक्त बह रहा है, जबकि वैज्ञानिक इसे अंधविश्वास बता रहे हैं. इन सबके बीच मंदिर के आसपास लोगों की लगातार भीड़ उमड़ रही है. जो भी मंदिर में दर्शन कर रहा है वह अपने हिसाब से तर्क देने में जुटा हुआ है. इतना ही नहीं मंदिर से जुड़े लोगों द्वारा भंडारे के आयोजन की भी घोषणा की जा रही है.


मध्य प्रदेश में कुछ ही दिनों पहले नदी के जल ग्रहण की खबरें सभी जिलों से आई थीं. अब हनुमान प्रतिमा से रक्त निकलने की खबर एक बार फिर कई सवालों को जन्म दे दिया है. ग्रामीणजन इसे चमत्कार बता रहे हैं. प्रतिमा के दर्शन करने के लिए आसपास के गांव के लोग भी पहुंच रहे हैं. 


मौसम के कारण हो सकता है परिवर्तन


वहीं रसायन शास्त्र के विशेषज्ञ पंकज चांदोरकर बताते हैं कि आमतौर पर मूर्तियां पत्थर की होती है. इन पर सिंदूर, जल, कंकू, फूल, तेल आदि चढ़ाया जाता है. वर्तमान समय में लगातार मौसम का परिवर्तन हो रहा है. इसी के चलते रसायनिक क्रिया के जरिए भी लाल रंग का तरल पदार्थ प्रतिमा से निकल रहा होगा. यह परीक्षण के दौरान स्पष्ट भी हो सकता है. भगवान की प्रतिमा से कभी रक्त का प्रवाह नहीं हो सकता है. 


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