MP News: मध्य प्रदेश के लिए खुशी की खबर है. रीवा एयरपोर्ट से विमान सेवा शुरू करने का रास्ता साफ हो गया है. नागर विमानन महानिदेशालय (DGCA) ने  रीवा एयरपोर्ट को आधिकारिक रूप से लाइसेंस जारी कर दिया है. लाइसेंस मिलने पर मुख्यमंत्री मोहन यादव ने खुशी जताई. बता दें कि रीवा एयरपोर्ट से यात्री विमानों के साथ कार्गो उड़ान सेवा की भी सुविधा मिलेगी.


निर्माण का काम पूरा होने के बाद रीवा एयरपोर्ट को डीजीसीए ने परिचालन की अनुमति दे दी है. मध्य प्रदेश के रीवा में छठा हवाई अड्डा शुरू होने जा रहा है. हवाई अड्डा के लिए एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया और पुणे इंफ्रा कंपनी के बीच हुए एक साल का एग्रीमेंट हुआ था. रीवा एयरपोर्ट के रनवे की चौड़ाई 30 मीटर और लंबाई 800 मीटर है. रनवे के दोनों तरफ 3.5 मीटर का दो शेल्टर भी बनाया गया है.


रीवा एयरपोर्ट को लाइसेंस मिलने पर क्या बोले मुख्यमंत्री?


मुख्यमंत्री मोहन यादव ने कहा है कि डीजीसीए से रीवा एयरपोर्ट को मंजूरी मिलना मध्य प्रदेश के लिए खुशखबरी है. उन्होंने कहा कि प्रदेश की अर्थव्यवस्था और अधिक मजबूत होगी. हवाई मार्ग और भी सुविधाजनक होगा. 






102 हेक्टेयर जमीन पर निर्मित रीवा एयरपोर्ट मध्य प्रदेश का छठा एयरपोर्ट है. अभी तक इंदौर, ग्वालियर, जबलपुर, भोपाल और खजुराहो एयरपोर्ट से विमान उड़ान भर रहे थे. अब छठे एयरपोर्ट के रूप में रीवा का नाम सामने आया है. 300 करोड़ रुपये की लागत से रीवा एयरपोर्ट बनाया गया है. रनवे बनाने पर 80 करोड़ रुपये खर्च हुआ है. रीवा एयरपोर्ट से परिचालन शुरू करने का रास्ता साफ हो गया है. विमान सेवा शुरू होने से रोजगार, व्यापार और पर्यटन के क्षेत्र में भी विस्तार होगा. 


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