Rewa News: बोरवेल में फंसा है मासूम मयंक, राहत कार्य का जायजा लेने जाएंगे डिप्टी CM राजेंद्र शुक्ला
Rewa Rescue Operation: रीवा के मनिका गांव में मासूम मयंक को बचाने के लिए राहत कार्य जारी है. राहत कार्य से जुड़े अपडेट डिप्टी सीएम राजेंद्र शुक्ल ने मीडिया से भी शेयर किया है.
Child Fell Into Borewell In Rewa: मध्य प्रदेश के रीवा (Rewa) में एक बच्चा शुक्रवार को बोरवेल (Borewell) में गिर गया था. बच्चे को बचाने के लिए कल ही राहत कार्य शुरू कर दिया गया था लेकिन अब तक उसे निकाला नहीं जा सका है. इस बीच सीएम मोहन यादव (CM Mohan Yadav) ने डिप्टी सीएम राजेंद्र शुक्ला को घटनास्थल पर जाने के निर्देश दिए हैं.
यह दुर्घटना रीवा के मनिका गांव में हुई है, जहां छह साल का मासूम बोरवेल में गिर गया. शुक्रवार शाम से ही लगातार कई जेसीबी बोरवेल की खुदाई में जुटी हुई है लेकिन बच्चे को नहीं निकाला जा सका है. बच्चे के बोरवेल में गिरने की जानकारी मिलते ही पुलिस और प्रशासन की टीम मौके पर पहुंची और रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया गया. इस बोरवेल की गहराई 160 फीट है.
डिप्टी सीएम ने दी यह जानकारी
शुरुआत में बच्चा 60 फीट गहराई में फंसा हुआ था लेकिन अब बताया जा रहा है कि बच्चा 160 फीट नीचे जाकर फंस गया है. वहीं शुक्रवार को बारिश के कारण राहत कार्य में बाधा भी आई. डिप्टी सीएम राजेंद्र शुक्ला ने मीडिया से बातचीत में कहा, ''रीवा के मनिका गांव में दुर्भाग्यपूर्ण घटना हुई है. मयंक नाम का एक बच्चा बोरवेल में गिर गया. कल से राहत कार्य जारी है. एनडीआरएफ की वहां तैनात की गई है. मैं खुद वहां जा रहा हूं. स्थिति का जायजा लूंगा.''
VIDEO | Rewa Rescue Operation: “A child named Mayank has fallen into a borewell in Manika village. Rescue operation is underway since yesterday. NDRF team has been deployed there,” says Madhya Pradesh Deputy CM Rajendra Shukla (@rshuklabjp).
— Press Trust of India (@PTI_News) April 13, 2024
(Full video available on PTI Videos -… pic.twitter.com/9RtdcSeJUa
खेलने के दौरान बोरवेल में गिरा मयंक
पीड़ित बच्चे की पहचान मंयक के रूप में हुई है. वह अन्य बच्चों के साथ शाम में खेत पर खेल रहा था. इसी दौरान वह खुले बोरवेल में गिर गया. आसपास मौजूद बच्चों ने मयंक के घर जाकर जानकारी दी. और उन्होंने फिर पुलिस और प्रशासन से मदद मांगी. बच्चे के बाहर न निकलने से परिवार बेहाल है. कल शाम में बोरवेल के अंदर कैमरा डालकर बच्चे की गतिविधि देखी गई थी. बच्चे की हलचल का पता चल रहा था.
बोरवेल में बच्चे के गिरने की यह कोई पहली घटना नहीं है. आए दिन ग्रामीण इलाकों में खुले पड़े बोरवेल में मासूम बच्चों के गिरने की जानकारी सामने आती है. कई मामलों में बच्चे किस्मत वाले रहे हैं कि उनकी जान बच गई है लेकिन कुछ ऐसे मामले में भी सामने आए हैं जब दम घुटने से बच्चों की मौत हो गई है. इन घटनाओं को देखने के बावजूद लोग लापरवाही बरतते हैं और इस्तेमाल के बाद बोरवेल को बंद करना भूल जाते हैं.
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