MP News: मध्य प्रदेश के रीवा से हैरान करनेवाली तस्वीर सामने आई है. प्रदेश सरकार सभी को स्वास्थ्य सुविधाएं देने का दावा करती आई है लेकिन असलियत है कि ये सिर्फ भाषणों में ही दिखाई देता है. गावों तक आते-आते सिस्टम खाट पर पहुंच जाता है. इसका नजारा दिखा पनवार गांव में जब बुजुर्ग मरीज को इलाज के लिए अस्पताल तक खाट पर ले जाना पड़ा. इस दौरान 65 वर्षीय बेटे ने अस्पताल पहुंचाने के लिए पैदल 3 किलोमीटर का सफर किया. दरअसल गांव के नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र में डॉक्टर नदारद मिलते हैं और सड़क की जर्जर स्थिति के कारण गांव तक कोई एंबुलेंस भी नहीं पहुंच सकती.


खाट पर मां का इलाज के लिए 3 किमी पैदल चला पुत्र 


ऐसी परिस्थिति में 65 वर्षीय पुत्र ने इलाज कराने के लिए मां को चरपाई पर लिटाया और परिजनों की मदद से तीन किलोमीटर पैदल चलकर सड़क तक पहुंचा. वहां से पुत्र रामनेरश ने किराए पर गाड़ी लेकर बीमार मां को रीवा के संजय गांधी अस्पताल पहुंचाया. उसने बताया कि क्षेत्र के लोग कई वर्षों से सड़क और स्वास्थ्य सुविधाओं की मांग कर रहे हैं लेकिन आवाज सरकार तक पहुंचने से पहले ही दबा दी जाती है.


गांव में डॉक्टर नहीं और एंबुलेंस भी नहीं पहुंच सकती


मां को खाट पर लेकर पहुंचे रामनरेश का कहना है गांव तक गाड़ियां नहीं पहुंचती हैं. इसलिए मरीज को 3 किलोमीटर तक खाट पर मुख्य सड़क लेकर आना पड़ा. उसके बाद संजय गांधी अस्पताल किराए पर वाहन में लिटाकर बीमार बुजुर्ग मां को लाए. उन्होंने गांव में डॉक्टर नहीं होने का दावा किया. 


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