Road Safety: सड़क दुर्घटनाओं को कम करने के मामले में प्रदेश में सीहोर जिला पांचवे स्थान पर, जानें हादसों में कितनी आई है कमी?
मध्य प्रदेश के सीहोर जिले द्वारा दुर्घटनाओं पर रोक लगाने के लिए कार्य किये जा रहे हैं, यही वजह है कि सीहोर जिला हादसों को कम करने के मामले में पांचवे स्थान पर पहुंच गया है.
मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) के सीहोर (Sehore) जिले में सड़क सुरक्षा (Road Safety) के लिए संसदीय क्षेत्र समिति की बैठक सांसद प्रतिनिधि गुरू प्रसाद शर्मा की अध्यक्षता में कलेक्ट्रेट सभाकक्ष में आयोजित की गई. बैठक में सांसद प्रतिनिधि गुरुप्रसाद शर्मा ने जिले में दुर्घटनाओं को रोकने के लिए ब्लैक स्पॉट चिन्हित कर आवश्यक कार्रवाई करने के साथ ही यातायात नियमों का पालन करने के लिए जन जागरूकता अभियान चलाने के निर्देश दिए.
गुरुप्रसाद शर्मा ने सड़कों पर पशुओं के बैठने तथा मृत पशुओं से टकराकर होने वाली दुर्घटनाओं को रोकने के लिए पशुओं को सड़क से हटाने की व्यवस्था करने को कहा ताकि सड़क दुर्घटनाओं को रोका जा सके.
स्कूल-कॉलेजों में जागरूकता शिविर आयोजित करने का निर्देश
गुरुप्रसाद शर्मा ने प्रमुख चौहारों पर लाइट तथा दुर्घटना संभावित क्षेत्रों में संकेतक लगाने साथ ही ग्रामीण क्षेत्रों में वाहन चालकों के लाइसेंस बनवाने तथा ट्रेक्टर ट्रालियों में रिफ़लेटर लगाने के लिए कहा. बैठक में इछावर विधायक करण सिंह वर्मा, आष्टा विधायक रघुनाथ मलवीय तथा सीहोर विधायक सुदेश राय ने यातायात को सुगम बनाने तथा दुर्घटनाओं को रोकने के लिए अनेक बहुमूल्य सुझाव दिए.
कलेक्टर चन्द्रमोहन ठाकुर द्वारा सड़कों पर मृत पशुओं को हटाने के लिए ग्राम पंचायतों को निर्देश दिए जा रहे हैं. उन्होंने नागरिकों को यातायात नियमों का पालन कराने के लिए जिले में स्कूल-कालेजों के साथ अन्य स्थानों में जागरूकता शिविर आयोजित करने के जिला शिक्षा अधिकारी एवं पुलिस को निर्देश दिए. कलेक्टर चद्रमोहन ठाकुर ने मंडी में आने वाले किसानों की ट्रैक्टर ट्रालियों पर रिफ़लेक्टर लगाने के निर्देश संबंधित अधिकारियों को दिए.
यातायात नियमों का उल्लंघन करने वालों पर निरंतर कार्रवाई
एसपी मयंक अवस्थी ने कहा कि पुलिस द्वारा यातायात को सुगम बनाने तथा यातायात नियमों का उल्लंघन करने वालों पर निरंतर कार्रवाई की जा रही है. पुलिस द्वारा स्थानीय प्रशासन के साथ मिलकर जागरूकता शिविर एवं कार्यशालाएं आयोजित कर लोगों को यातायात नियमों का पालन करने के लिए जागरूक किया जा रहा है. बैठक में जिला परिवहन अधिकारी रीतेश तिवारी ने चर्चा के बिन्दुओं के बारे में विस्तार से जानकारी दी. बैठक में अपर कलेक्टर गुंचा सनोबर, एएसपी गीतेश गर्ग, एसडीएम बृजेश सक्सेना, डिप्टी कलेक्टर अमन मिश्रा, यातायात प्रभारी सिद्धार्थ प्रियदर्शन सहित संबंधित अधिकारी एवं समिति के अन्य सदस्य उपस्थित थे.
दुर्घटनाओं में कमी लाने में सीहोर जिला प्रदेश में पांचवे स्थान पर
बैठक में सीहोर के सूबेदार प्राची राजपूत ने शहर की यातायात व्यवस्थाओं और समस्याओं के बारे में अवगत कराते हुए प्रस्तावित यातायात व्यवस्था की पीपीटी के माध्यम से विस्तार से जानकारी दी. उन्होंने बताया कि ब्लैक स्पाट को चिन्हित कर दुर्घटनाओं में कमी लाने में सीहोर जिला प्रदेश में पांचवे स्थान पर है. प्राची राजपूत ने बताया कि पहले 24 ब्लैक स्पॉट थे. इनमें 08 ब्लैक स्पॉट में कमी आई है. अब कुल 16 ब्लैक स्पॉट है.
प्राची राजपूत ने बताया कि सीहोर जिले में वर्ष 2020 में 931 सड़क दुर्घटनाएं हुई. इन दुर्घटनाओं में 231 लोगों की मृत्यु हुई तथा 979 व्यक्ति घायल हुए. इसी तरह वर्ष 2021 में 911 सड़क दुर्घटनाएं हुई जिनमें 208 व्यक्तियों की मृत्यु हुई तथा 803 व्यक्ति घायल हुए. सीहोर जिला लगभग 10 प्रतिशत रोड एक्सीडेंट में कमी लाने में सफल हुआ और प्रदेश के टॉप-5 देशों की सूची में शामिल हुआ. सीहोर में यातायात पुलिस द्वारा सीट बेल्ट, हेलमेट नहीं लगाने वालों के खिलाफ वैधानिक कार्रवाई की जा रही है. इसके साथ ही हाइवे पर ओवर स्पीड वाले वाहनों के खिलाफ भी चालान की कार्रवाई की जा रही है.
अपलोड की जा रही है दुर्घटनाओं की जानकारी
सड़क सुरक्षा संसदीय क्षेत्र समिति की बैठक में जिला सूचना विज्ञान अधिकारी संजय जोशी द्वारा भारत सरकार के सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय द्वारा शुरू की गई ''एकीकृत सड़क दुर्घटना डाटाबेस'' के बारे में बताया गया. यह परियोजना जिले में अप्रैल 2021 से लागू की गई है. इस परियोजना में हाईवे पर होने वाली दुर्घटनाओं की फोटो, वीडियो सहित अन्य जानकारी प्रशासन द्वारा एप पर अपलोड की जाएगी. इस परियोजना का मुख्य उद्वेश्य दुर्घटनाओं का डेटाबेस तैयार करना और हादसों की रोकथाम करना है.
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