RRB NTPC Students Protest: रेलवे भर्ती में मचे बवाल का मुद्दा, अब पश्चिम मध्य रेलवे जबलपुर ने उठाया ये बड़ा कदम
रेलवे भर्ती में मचे बवाल के बाद अब अभ्यर्थियों की शिकायतों काे ध्यान में रखते हुए पश्चिम मध्य रेलवे जबलपुर ने बड़ा कदम उठाया है. जानें पूरी डिटेल.
RRB NTPC Students Protest: रेलवे भर्ती में मचे बवाल के बाद अब अभ्यर्थियों का पक्ष सुनने के लिए ग्राउंड लेवल पर कैंप आयोजित किये जा रहे हैं. अभ्यर्थी इस कैंप में जाकर परीक्षा और उसकी प्रक्रिया को लेकर लिखित आपत्ति दे सकते हैं. राहुल जयपुरियार, मुख्य जनसंपर्क अधिकारी पश्चिम मध्य रेलवे, जबलपुर ने बताया कि जबलपुर, भोपाल और कोटा मंडल में ये कैंप शुरू हो गए हैं, जो 16 फरवरी तक अभ्यर्थियों की शिकायत दर्ज करेंगे.
मध्य प्रदेश से भी लाखों उम्मीदवारों ने इन परीक्षाओं के लिए आवेदन किया था. पश्चिम मध्य रेलवे जबलपुर द्वारा इसके लिए तीनों डिवीजन जबलपुर, भोपाल और कोटा मंडलों में सहायता केंद्र स्थापित किए गए हैं. जिनमें ऐसे सभी अभ्यर्थी जो इस परीक्षा में शामिल हुए, वे अपनी आपत्ति दर्ज कर सकते हैं.
बता दें कि आरआरबी यानी रेलवे रिक्रूटमेंट बोर्ड द्वारा हाल ही में जारी किए गए एनटीपीसी रिजल्ट में धांधली की शिकायतों के बाद रेलवे बोर्ड ने बड़ा कदम उठाया है. देशभर के सभी जोन में रेलवे द्वारा अभ्यर्थियों के लिए सहायता केंद्र की शुरुआत की गई है, जिसके माध्यम से वे 16 फरवरी तक वे अपनी शिकायतें संबंधित अधिकारियों के समक्ष पेश कर सकेंगे. रेलवे रिक्रूटमेंट बोर्ड यानी आरआरबी ने साल 2019 में एनटीपीसी याने Non Technical Popular Catagory की 35 हजार से ज्यादा भर्तियां निकाली थी.
इनमें 24281 पद ग्रेजुएट और 11000 पर अंडर ग्रेजुएट यानी 12वीं पास के लिए रखे गए थे. इन्हें 5 लेवल 2, 3 ,4 ,5 और 6 में बांटा गया था.अलग-अलग लेवल में योग्यताओं के आधार पर उन्हें मिलने वाला वेतनमान तय किया गया था. हाल ही में जारी हुए परीक्षा परिणामों के बाद कुछ तकनीकी बिंदुओं पर परीक्षार्थी अपना विरोध दर्ज करा रहे हैं,चूंकि मार्च 2020 में परीक्षा आयोजित होनी थी लेकिन कोविड के चलते दिसंबर 2020 से 20 जुलाई 2021 तक इसकी परीक्षाएं आयोजित हुई जिसका परिणाम 14 जनवरी 2022 को सामने आया. 35 हजार पदों के लिए 7 लाख 5 हज़ार 446 छात्रों ने परीक्षा को उत्तीर्ण किया, यानी करीब 20 गुना से ज्यादा अभ्यर्थी दूसरे राउंड के लिए क्वालीफाई कर पाए.
परीक्षा देने वाले उम्मीदवारों का आरोप है कि ज्यादा क्वालिफिकेशन वाले लोग भी लेवल टू जॉब के लिए एग्जाम में बैठ रहे हैं, जबकि इनमें अंडर ग्रेजुएट अभ्यर्थियों को परीक्षा देने की बात कही गई थी.ऐसे ही तमाम मसलों को लेकर अभ्यर्थियों का आक्रोश इस कदर पनपा कि कुछ प्रदेशों में आगजनी और पत्थरबाजी की घटनाएं भी ट्रेनों में देखी गई. अभ्यर्थियों के विरोध के बाद रेलवे ने अब परीक्षाओं को स्थगित किया है जिनमें CBT-2 और ग्रुप डी CBT -1 की परीक्षाएं शामिल है. रेलवे ने एक हाई लेवल कमेटी का गठन किया है जो रिजल्ट पर न केवल पुनर्विचार करेगी बल्कि 4 मार्च तक अभ्यर्थियों की शिकायत पर अपनी रिपोर्ट भी पेश करेगी.
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