MP News: जबलपुर में बोले सरसंघचालक मोहन भागवत- 'आजकल मिशनरी का वर्चस्व है लेकिन हमारे संत...'
Jabalpur: आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत कहा कि आजकल मिशनरी का वर्चस्व है, लेकिन हमारे संत उनसे ज्यादा सेवा करते हैं. मैं यह नहीं कह रहा हूं कि यह हमारे लिए गर्व की बात है, बल्कि मैं सच कह रहा हूं.
Mohan Bhagwat In Jabalpur: आरएसएस (Rashtriya Swayamsevak Sangh) प्रमुख मोहन भागवत (Mohan Bhagwat) ने मंगलवार को कहा कि मिशनरी से ज्यादा सेवा हिंदू संत करते हैं. साथ ही, उन्होंने शिक्षा के महत्व पर जोर देते हुए कहा कि भारतीय समाज में व्याप्त बुराइयों को दूर किया जाना चाहिए. भागवत ने कहा, ‘‘हमें समाज में व्याप्त बुराइयों को खत्म करना है और समृद्धि लानी है.’’
भागवत, नरसिंह मंदिर में जगद्गुरु श्याम देवाचार्य महाराज की प्रतिमा के अनावरण सहित विभिन्न कार्यक्रमों में भाग लेने के लिए जबलपुर में थे. यहां उन्होंने कहा, ‘‘आजकल मिशनरी का वर्चस्व है, लेकिन हमारे संत उनसे ज्यादा सेवा करते हैं. मैं यह नहीं कह रहा हूं कि यह हमारे लिए गर्व की बात है, बल्कि मैं सच कह रहा हूं.’
#WATCH | Jabalpur, MP | Today not only us, but the whole world is saying that India is the future superpower. India is going to become Vishwaguru & we have to achieve that goal. We will not win over anyone or convert anyone. Our power will not be to trouble others, but to protect… pic.twitter.com/9WdMnMy6xX
— ANI (@ANI) April 19, 2023">
मोहन भागवत बोले- भारत भविष्य की महाशक्ति
सर संघचालक ने कहा कि आज हम ही नहीं, पूरी दुनिया कह रही है कि भारत भविष्य की महाशक्ति है. भारत विश्वगुरु बनने जा रहा है और हमें वह लक्ष्य हासिल करना है. उन्होंने काह शक्ति तो जरुरी होती है. बिना शक्ति के कोई काम नहीं होताा. लेकिन हम न किसी पर जीतेंगे और न किसी का धर्मान्तरण करेंगे. हमारी ताकत दूसरों को परेशान करने में नहीं, बल्कि कमजोरों की रक्षा करने में होगी. भारत ‘विश्व गुरु’ बनने जा रहा है, लेकिन उसे सद्भाव के साथ वह मुकाम हासिल करना चाहिए. भागवत ने कहा कि हिंदू समाज को शिक्षित करने से पूरे विश्व का कल्याण होगा.
हिंदू राष्ट्र पर कही ये बात
उन्होंने कहा "सनातन धर्म ही हिंदू राष्ट्र है. भागवत ने आगे कहा धर्म कैसा होगा हम बताएंगे. भारत में उस धर्म का रूप कैसा होगा वो हम खड़ा करके दिखाएंगे. हम सब लोग धर्म का मार्ग पर चलेंगे." बता दें इससे पहले मुंबई के एक समारोह में मोहन भागवत ने कहा था कि भारत की विश्व गुरू की प्रगति की रफ्तार धामी करने के लिए हमारे देश के खिलाफ गलत जानकारियां फैलाई जा रही हैं