MP Vidisha RTI Activist Murder: मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) के विदिशा (Vidisha) में पीडब्ल्यूडी (PWD) ऑफिस कैंपस के अंदर एक आरटीआई कार्यकर्ता (RTI Activist) की गोली मारकर हत्या (Shot Dead) कर दी गई. इस सनसनीखेज वारदात ने लोगों को चौंका कर रख दिया. मारे गए आरटीआई कार्यकर्ता का नाम रंजीत सोनी (Ranjeet Soni) हैं. 42 साल के सोनी मुखर्जी नगर के निवासी थे. एक दिन पहले ही रंजीत सोनी ने 100 पेज की जानकारी किसी मामले को लेकर एकत्र की थी. उन्होंने सरकारी ऑफिस में आरटीआई के तहत जानकारी मांगी थी.
 
इसके बाद ही गुरुवार (2 जून) शाम लगभग 5:00 से 5:30 के बीच पीडब्ल्यूडी ऑफिस कैंपस में जब सोनी अपनी बाइक के पास खड़े थे तब किसी ने उन्हें पीछे से सिर पर गोली मार दी. गोली की आवाज सुनकर जब कर्मचारी बाहर निकले तो उन्होंने देखा कि रंजीत तड़प रहे थे. इसी बीच हमलावर मौका देखकर फरार हो गए. पुलिस हमलावरों की तलाश कर रही है.


आरटीआई से जुटाई 100 पन्ने की जानकारी


जानकारों ने बताया रंजीत पीडब्ल्यूडी में ठेकेदारी का काम किया करते थे. वह ठेकेदारी का काम बंद कर चुके थे. बाद में वह आरटीआई कार्यकर्ता के रूप में कार्य करने लगे. प्राप्त जानकारी के अनुसार बीते महीने की 4 तारीख को उन्होंने आरटीआई संबंधित कुछ आवेदन लगाए थे. इस संबंध में उन्हें एक दिन पहले ही विभाग की ओर से 100 पन्ने की जानकारी दी गई थी.


साजिशन हत्या की आशंका


सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार आशंका यही है कि उनके पास कई प्रकार की जानकारी थी जिसके चलते उनकी हत्या की साजिश की गई. विदिशा एडिशनल एसपी समीर यादव का कहना है. ''इस घटना को लेकर हम गभीर हैं, हमारी टीम जांच कर रही हैं, आसपास लोगों से बातचीत कर रही है, जानकारी जुटा रही है, सीसीटी कैमरे से फुटेज भी खंगाल रही है, आरोपी जल्द पुलिस की गिरफ्त में होंगे.''


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विदिशा विधायक ने एसपी को सौंपा ज्ञापन


इस पूरे मामले को लेकर शुक्रवार (3 जून) को विधायक शशांक भार्गव और कांग्रेस के पदाधिकारियों ने कलेक्ट्रेट में एसपी कार्यालय पहुंचकर ज्ञापन सौंपा. ज्ञापन के जरिये उन्होंने इस हत्याकांड का खुलासा जल्द करने और उत्तर प्रदेश की तर्ज पर भाड़े के आरोपियों द्वारा हत्या करने की भी बात कही है. विधायक ने इस पूरे घटनाक्रम में सीसीटीवी फुटेज की उपयोगिता पर भी सवाल उठाए. उन्होंने कहा कि सीसीटीवी लगाने के साथ-साथ उनका रखरखाव भी किया जाना चाहिए. वहीं, उन्होंने पीड़ित परिवार के सदस्य को नौकरी दिलाने और पचास लाख रुपये का मुआवजा दिलाने की भी मांग की.


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