BJP MP Sadhvi Pragya Sextortion Case: मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) के भोपाल (Bhopal) से बीजेपी (BJP) की सांसद साध्वी प्रज्ञा ठाकुर (Sadhvi Pragya Thakur) से सेक्सटॉर्शन मांगने वाले दोनों आरोपी वजीश और रवीन को पुलिस भोपाल ले आई है. आरोपियों ने पुलिस की कस्टडी में कई राज उगले हुए हैं. आरोपी वजीश आठवीं और रवीन दसवीं पास है. इसके बाद भी वह बेहद शातिर तरीके से सेक्सटॉर्शन की वारदात को अंजाम दे रहे थे. पूछताछ में आरोपियों ने खुलासा किया कि उन्हें जानकारी नहीं थी कि प्रज्ञा ठाकुर कौन है?

 

14 फरवरी को पुलिस ने दोनों को राजस्थान के भरतपुर जिले से गिरफ्तार किया था. इसके बाद आरोपियों को भोपाल लाया गया. हिरासत में आरोपियों ने बताया कि पहले हम अंजान नंबरों पर वॉट्सऐप मैसेज भेजते थे. खुद को लड़की बताकर बात करने का ऑफर देते थे. जब सामने वाले व्यक्ति से रिस्पॉन्स मिलता था, तब वीडियो कॉल शुरू करते थे. कॉल रिसीव होते ही हम दूसरे मोबाइल पर रिकॉर्डेड पोर्न वीडियो की क्लिप चला देते थे.

 

पुलिस जुटा रही है ये जानकारी

 

वीडियो कॉल के दौरान मोबाइल की स्क्रीन को अपने मोबाइल के फ्रंट कैमरा के पास लगा देते हैं. इससे सामने वाले को पोर्न वीडियो दिखने लगता है. इस दौरान रिकार्डिंग चालू रहती थी. ऐसे में सामने वाले व्यक्ति के रिएक्शन रिकॉर्ड कर लेते थे. इसके बाद व्यक्ति और पोर्न वीडियो को एडिट करके एक नया वीडियो तैयार करते थे. इसे वायरल करने की धमकी देकर हम पैसों की वसूली करते थे. सांसद प्रज्ञा ठाकुर के साथ भी हमने ऐसा ही किया था. पुलिस अब आरोपियों से इसकी भी जानकारी जुटा रही है कि उन्होंने किन-किन लोगों के साथ ठगी करके कितने पैसों की वसूली की है.

 

सांसद प्रज्ञा ठाकुर का इस तरह वीडियो किया गया रिकॉर्ड

 

6 फरवरी को सांसद प्रज्ञा ठाकुर को एक अंजान नंबर से वीडियो कॉल आया था. प्रज्ञा ठाकुर ने जैसे ही फोन उठाया तो दूसरी तरफ कॉल पर मौजूद युवती अपने कपड़े उतारने लगी. उसने न्यूड होने की कोशिश के दौरान कॉल रिकॉर्ड कर लिया. कुछ देर बाद आरोपियों ने सांसद को वीडियो की रिकॉर्डिंग भेजी. इस वीडियो को वायरल करने की धमकी देकर भोपाल सांसद से ब्लैकमेलिंग की कोशिश की गई.

 

14 फरवरी को पुलिस ने किया था गिरफ्तार

 

आरोपियों ने वीडियो वायरल नहीं करने के बदले में सांसद से पैसों की डिमांड की थी. 7 फरवरी का सांसद प्रज्ञा ठाकुर ने टीटी नगर थाने में शिकायत दर्ज कराई. इसके बाद भोपाल पुलिस ने आरोपियों की सर्चिंग शुरू की. फोन ट्रेस करने के बाद दोनों आरोपियों की लोकेशन राजस्थान आई. जिसके बाद मध्य प्रदेश पुलिस ने राजस्थान पुलिस को सूचना दी और 14 फरवरी को पुलिस ने दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया था.

 

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