मध्य प्रदेश के सागर जिला अस्पताल में बीती रात फ्री में मरीज के लिए ब्लड देने से मना करने पर डॉक्टर ने लैब टेक्नीशियन को जमकर पीटा. मारपीट में लैब टेक्नीशियन और अटेंडेंट को चोट भी आई है. घटना के विरोध में बुधवार की सुबह से जिला अस्पताल में कार्यरत सभी कर्मचारियों ने काम बंद कर दिया.
इस संबंध में उन्होंने सिविल सर्जन ज्योति चौहान से शिकायत कर संबंधित डॉक्टर को अस्पताल से हटाने की मांग की है. जानकारी के अनुसार जिला अस्पताल के ब्लड बैंक में पदस्थ लैब टेक्नीशियन पंकज कोष्टि से रात करीब 2 बजे अस्पताल में ड्यूटी कर रहे डॉक्टर अजय यादव ने जिला अस्पताल में भर्ती अपने ड्राइवर सूर्यकांत दुबे के लिए फ्री में ब्लड की मांग की. जिस पर पंकज कोष्टि ने कहा कि उसे एक बार ही फ्री में ब्लड देने का अधिकार है जो कि उक्त मरीज को उसने 7 मार्च को दे दिया था.
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दूसरी बार फ्री में ब्लड देने के लिए उसे अपने इंचार्ज की अनुमति लेनी पड़ेगी. यह बात जब अटेंडर सतीश पटेल ने वार्ड में जाकर अजय यादव को बताई तो वह अटेंडर पर भड़क उठे और अपने साथी डॉक्टर यतेंद्र के साथ पहले तो सतीश को पीटा इसके बाद वह सीधे ब्लड बैंक में आए और पंकज कोष्टी से फ्री में ब्लड मांगा पंकज ने जब ब्लड देने से मना कर दिया तो डॉक्टर अजय यादव और यतेंद्र ने ब्लड बैंक की गैलरी में पंकज को भी जमकर पीटा.
यह पूरी घटना जिला अस्पताल के ब्लड बैंक की गैलरी में लगे सीसीटीवी कैमरे में भी कैद हो गई जिसमें मारपीट के दृश्य साफ देखे जा सकते हैं. डॉ अजय यादव पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी रक्षपाल सिंह यादव के पुत्र हैं.
अजय यादव का नाम व्यांपम घोटाले में भी सामने आ चुका जिसके चलते इनके पिता पर भी गाज गिरी थी तथा उन्हें कुछ दिनों तक निलंबित भी रहना पड़ा था बुधवार को सुबह सभी कर्मचारियों ने काम बंद कर डॉक्टर के खिलाफ लामबंद हो गए उन्होंने इसकी शिकायत सिविल सर्जन से भी की है.
इस संबंध में सिविल सर्जन ज्योति चौहान ने बताया कि लैब टेक्नीशियन की शिकायत के बाद मामले की जांच के लिए 3 सदस्य समिति बनाई गई है. समिति की रिपोर्ट आने के बाद जो भी दोषी पाया जाएगा उस पर न्यायोचित कार्रवाई की जाएगी.
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