MP News: सागर जिला अस्पताल की मर्चुरी में चूहों ने फिर एक शव की आंख नोच ली. पिछले 15 दिनों में दो बार शवों के अपमान की घटना से स्वास्थ्य महकमे में हड़कंप मच गया. सीएमएचओ डॉ ममता तिमोरी ने सिविल सर्जन, जिला क्षय अधिकारी डॉ सुनील जैन, जिला स्वास्थ्य अधिकारी-1 डॉ अचला जैन और प्रभारी चिकित्सा अधिकारी मर्चुरी कक्ष को कारण बताओ नोटिस जारी किया है. उन्होंने सिविल सर्जन सहित 4 डॉक्टरों से 48 घंटे में स्पष्टीकरण देने को कहा है. डॉक्टरों पर काम में लापरवाही, उदासीनता और वरिष्ठ अधिकारियों के दिशा निर्देशों की अवहेलना का आरोप है.


जिला अस्पताल में एक बार फिर चूहों ने कुतरी शव की आंख


सिविल सर्जन को जारी नोटिस में कहा गया है कि 5 जनवरी के बाद 20 जनवरी को भी घटना की पुनरावृत्ति हुई. समाचार पत्र में खबर के प्रकाशित होने से संस्था की छवि धुमिल हुई और वरिष्ठ अधिकारियों की तरफ से नाराजगी जताई गई है. आपको सुधार करने के लिए मौखिक निर्देश दिए गए थे. मगर बड़े ही खेद का विषय है कि घटना होने के बाद भी आपकी तरफ से ठोस कदम नहीं उठाया गया. इससे आपके काम के प्रति लापरवाही, उदासीनता और वरिष्ठ अधिकारियों के दिशा निर्देशों की अवहेलना किया जाना साबित होता है. इसलिए क्यों ना आपके खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई प्रस्तावित की जाए.


सिविल सर्जन डॉ ज्योति चौहान ने बताया कि पहली घटना के बाद मर्चुरी की व्यवस्थाएं सुधारी गई थी. शव को  फ्रीजर में रखने के निर्देश दिए गए थे. मर्चुरी में सीसीटीवी कैमरे भी लगाए गए. चूहों  को रोकने के लिए दो दफा मेडिकल ट्रीटमेंट किया गया. मर्चुरी में  दवा का छिड़काव भी हुआ. चूहों को घुसने से रोकने के लिए कुछ अन्य उपाय भी किए गए थे.  उन्होंने कहा कि ताजा घटना में फ्रीजर के  भीतर चूहा दिख रहा है. लिहाजा, अब फ्रीजर को भी चेक कराया जा रहा है.


जिला अस्पताल और पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार किशोर न्यायालय के पीछे रहने वाला रमेश अहिरवार 15 जनवरी को घर से गायब हो गया था. पुलिस को 16 जनवरी को रमेश घायल अवस्‍था में मिला था. इलाज के लिए उसे जिला अस्पताल में भर्ती करा दिया गया. 17 जनवरी को इलाज के दौरान रमेश अहरिवार की मौत हो गई. रमेश अहरिवार का शव मर्चुरी के डीप फ्रीजर में रखा गया था. डॉक्टरों के अनुसार रमेश को मिर्गी की बीमारी थी. 17 तक पहचान नहीं होने के कारण डीप फ्रीजर में शव को रखा गया था. रात में फ्रीजर के अंदर रखे शव की आंख गायब हो गई. डॉक्टरों के मुताबिक आंख चूहों ने कुतरी है.


करीब 15 दिन पहले 4 जनवरी 2023 को आमेट गांव निवासी 32 वर्षीय मोती पिता बारेलाल गौंड के शव की आंख चूहों ने कुतर ली थी. मीडिया में खबर आने के बाद मध्यप्रदेश मानवाधिकार आयोग ने घटना को गंभीरता से लेते हुए सीएमएचओ डॉ. ममता तिमोरी को नोटिस दिया था. मामले में सीएमएचओ ने एक जांच कमेटी बनाई थी. रिपोर्ट अभी तक नही मिली है. हालांकि, बयान हो चुके हैं. मध्य प्रदेश महिला कांग्रेस अध्यक्ष विभा पटेल ने शिवराज सरकार पर हमला बोला है. उन्होंने कहा कि शिवराज सिंह चौहान सरकार के कार्यकाल में स्वास्थ्य सेवाएं कितनी लचर हैं, इसका उदाहरण सागर जिला अस्पताल की मर्चुरी में देखने को मिला.


कांग्रेस ने शिवराज सरकार से पूछा-मर्चुरी के हाल-बेहाल क्यों


15 दिन में दूसरी बार एक शव की आंखें चूहों ने कुतर ली. मामले की जांच कराने और फिर कार्रवाई करने की बात कहकर अस्पताल प्रशासन जिम्मेदारी से पल्ला झाड़ रहा है. ऐसा भोपाल में शिवराज सिंह चौहान सरकार के कार्यकाल में वर्ष 2015 और 2017 में भी हो चुका है. भोपाल में शवों के अपमान की घटना मध्य प्रदेश के सबसे बड़े अस्पताल हमीदिया में हुई. विभा पटेल ने शिवराज सिंह चौहान से सवाल किया है कि स्वास्थ्य और चिकित्सा शिक्षा का कुल बजट 10 हजार 711 करोड़ रु. होने के बाद भी अस्पतालों में मर्चुरी के हाल-बेहाल क्यों हैं.


रेफ्रिजरेटर और अन्य जरुरी इंतजाम क्यों नहीं हैं? मर्चुरी में शवों की सुरक्षा के लिए क्या इंतजाम किए गए हैं? मर्चुरी में क्या संक्रमण रोकने के लिए वैज्ञानिक आधार पर रसायनिक रूप से सफाई नहीं कराई जाती है, अगर ऐसा होता तो मर्चुरी चूहों का रहवास स्थल नहीं बनते. विभा पटेल ने कहा कि सागर में 15 दिन के भीतर शव को कुतरने की दूसरी घटना सिस्टम पर सवाल खड़े करती है. इससे प्रतीत होता है कि जिले के प्रभारी मंत्री और स्वास्थ्य, चिकित्सा शिक्षा मंत्री की सिस्टम को बेहतर बनाने में कोई भूमिका नहीं है. सागर की दोनों घटनाएं माफी योग्य नहीं हैं. सरकार के लापरवाह चरित्र को प्रदर्शित करती हैं.  


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