Lemon Farming: भले गर्मी के मौसम में नींबू के महंगे दामों ने लोगों को परेशान कर दिया है लेकिन नींबू की खेती करनेवाले किसानों की किस्मत चमक गई है. ऐसी ही एक तस्वीर सागर जिले के देवरी जनपद क्षेत्र से सामने आई है. देवरी में कुछ किसानों ने सरकारी योजनाओं का लाभ लिया और मनरेगा योजना से नींबू की फसल लगाई. किस्मत ने किसानों का साथ दिया. 2 एकड़ खेत में 200 से 300 नींबू के पेड़ों पर हजारों नींबू की बढ़िया फसल हो गई. गर्मी के मौसम में नींबू के दाम बढ़ने से किसानों की किस्मत चमक गई. किसानों को नींबू की फसल के दाम भी बढ़िया मिल रहे हैं.
मनरेगा से योजना जुड़कर लगाए नींबू के पेड़
पूरे मध्यप्रदेश में इस वर्ष नींबू की भारी कमी बताई जा रही है. नींबू की कमी से मध्यप्रदेश जूझ रहा है. मध्य प्रदेश में नींबू की कमी होने से दाम ज्यादा हो गए हैं. प्रत्येक नींबू 10 से 20 रुपए तक का बेचा जा रहा. सागर जिले के देवरी जनपद पंचायत में आनेवाली ग्राम पंचायत डोभी सिमरिया में एक गरीब कृषक ने मनरेगा योजना से जुड़कर करीब 200 से 300 नींबू के पेड़ लगाकर हजारों की संख्या में नींबू बेच रहा है. किसान प्रशांत ने बताया की पिछले वर्ष मनरेगा योजना अंतर्गत जनपद पंचायत देवरी में नींबू का वृक्षारोपण कार्य 2 एकड़ जमीन में किया था. क्राफ्टेड नींबू के पौधे लगाए.
गर्मी में दाम बढ़ने से किसान की बदली किस्मत
सही समय पर सिंचाई और खाद का समुचित ध्यान रखा. उसका परिणाम रहा कि आज मेरे खेत में करीब 200 से 300 नींबू के हरे भरे पेड़ हैं. प्रत्येक पेड़ पर लगभग 70-90 नींबू लगे हुए हैं. पहले मजदूरी करके जीवन यापन कर रहा था, आज मेरा एक बागान बन कर तैयार हो गया है. एक नींबू 10 से 20 रुपए का बिक रहा है. उन्होंने देवरी सीईओ देवेंद्र जैन और सहायक सचिव चंद्रभान कुर्मी के प्रयास का नतीजा बताया है. उन्होंने कहा कि शासन की मनरेगा योजना से जुड़ कर आज लाभ कमा पा रहा हूं.
सीईओ जनपद पंचायत देवरी देवेंद्र जैन बताते है कि कुछ किसानों को मनरेगा के तहत क्राफ्टेड नींबू की खेती कराई थी. अब उनकी फसल अच्छी आ गयी है. वर्तमान में अच्छी कमाई किसान को हो रही है. सहायक सचिव डोभी सिमरिया चंद्रभान कुर्मी कहते हैं कि मनरेगा के तहत नींबू की खेती किसानों ने की और चार सौ पेड़ उग आए. किसानों को अच्छा मुनाफा भी मिल रहा है. किसान ने अच्छी मेहनत की और खेती की देखभाल भी की.