मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) के सीएम शिवराज सिंह चौहान (CM Shivraj Singh Chouhan) ने विश्व पर्यावरण दिवस (World Environment Day) पर अधिकारियों से आग्रह किया था कि वे दफ्तरों में मीटिंग आदि में अपनी पानी की बॉटल खुद लायें. प्लास्टिक बोतलों का उपयोग न करें. इस अपील का असर दिखने लगा. सागर जिले (Sagar District) में कलेक्टर दीपक आर्य ने नई पहल की शुरुआत की है. 


कलेक्टर के अनुसार अब कलेक्ट्रेट कार्यालय में प्लास्टिक की बोतलों से पानी सप्लाई नहीं होगा. उन्होंने सभी अधिकारियों से स्वयं की वॉटर बॉटल लेकर चलने की अपील की है. कलेक्टर  दीपक आर्य ने बताया कि पर्यावरण की दृष्टि से यह पहल प्रारंभ की जा रही है.


एडीएम करेंगे मॉनिटरिंग
बोतलों के उपयोग को रोकने के लिए इसकी मॉनिटरिंग भी की जाएगी. सागर के अपर कलेक्टर अखिलेश जैन द्वारा इस पहल की मानिटरिंग की जाएगी और कार्यालयों की बैठकों में प्लास्टिक की बॉटल में पेयजल न दिया जाए इसपर विशेष ध्यान रखा जाएगा. उन्होंने बताया कि यह भी सुनिश्चित किया जाएगा कि सभी अधिकारी और कर्मचारी अपने साथ पानी के लिए खुद की वॉटर बॉटल लेकर आएं.


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अपर कलेक्टर अखिलेश जैन के मुताबिक इसकी शुरुआत सबसे पहले कलेक्टर कार्यालय से प्रारंभ होगी . इसके बाद  जिले के सभी शासकीय कार्यालयों में इसे लागू किया जाएगा. 


बैठक में पानी की बॉटल लाने को कहा गया
यहां बता दे विश्व पर्यावरण दिवस पर  मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान द्वारा पानी बचाने, पेड़ लगाने, विद्युत खपत कम करने, कार्बन उत्सर्जन कम करने के निर्देश दिए गए हैं. इसके साथ ही सभी अधिकारियों से आग्रह किया गया है कि, जिला कार्यालय की मीटिंग में आने पर साथ में अपनी पानी की बॉटल लायें. कलेक्टर कार्यालय की बैठकों में प्लास्टिक की बॉटल में पानी सप्लाई नहीं होगी.       


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