MP Sagar News: मध्य प्रदेश के नगर निगमों में मेयर और स्थानीय विधायकों के बीच तालमेल गड़बड़ा रहा है. अलग-अलग जगहों से इस तरह की शिकायतें सामने आ रही हैं. ताजा मामला सागर नगर निगम का है. सागर के बीजेपी विधायक शैलेंद्र जैन ने नगर निगम में निगम अध्यक्ष वृंदावन अहिरवार और आयुक्त की उपस्थिति में विकास कार्यों की समीक्षा बैठक ली.


शैलेंद्र जैन ने विधायक निधि के कार्यों, टाटा पेयजल सप्लाई और सीवर प्रोजेक्ट के बचे हुए कार्यों को करने के लिए समय सीमा निर्धारित की. वहीं इस बैठक में मेयर संगीता तिवारी को नहीं बुलाया गया, जबकि निगमाध्यक्ष और मेयर का चेंबर आमने सामने बना है. बताया जा रहा है कि महापौर कक्ष में मेयर संगीता तिवारी और कुछ पार्षद बैठे रहे और मेयर फाइल निपटाती रही.


विधायक शैलेंद्र जैन ने क्या कहा?
वहीं करीब ढ़ाई घंटे चली बैठक के दौरान महापौर अपने कक्ष में बैठी रही. ऐसे में अब महापौर की अनुपस्थिति को लेकर कई तरह की चर्चाएं हो रही हैं. वहीं महापौर को बैठक में नहीं बुलाने जाने के सवाल पर विधायक शैलेंद्र जैन ने कहा कि सीएम ने आयुर्वेदिक कालेज, राजघाट की हाइट बढ़ाने और टाटा सीवर के कामों की समीक्षा करने को कहा था. आज उसी सिलसिले में समीक्षा बैठक की गई है. विधायक निधि के कामों की भी समीक्षा करनी थी. इस तरह की समीक्षा होती रहती है.


उन्होंने कहा कि विधायक के नाते समीक्षा करता रहता हूं, यदि महापौर इसमें शामिल होती हैं तो मुझे खुशी होगी. आज आयुक्त और अध्यक्ष शामिल हुए हैं. मेरी अपेक्षा है कि महापौर शामिल हो इससे बैठक और उपयोगी साबित होगी. उन्होंने भोपाल में मिली शिकायतों को लेकर कहा कि ऐसा कुछ नहीं हुआ है. पिछले दिनों भोपाल में प्रदेशभर के महापौर और आयुक्त की बैठक हुई थी. इसमें पार्षदों का पक्ष नहीं पहुंच पाया था, इस वजह से पार्षद मिलने गए थे.


मुझे बैठक की सूचना नहीं- मेयर संगीता तिवारी
बैठक के दौरान पूरे समय अपने कक्ष में महापौर संगीता तिवारी, महापौर प्रतिनिधि सुशील तिवारी, पार्षद विनोद तिवारी, राजकुमार पटेल, हेमंत यादव, अनूप उर्मिल पार्षद प्रतिनिधि नरेश  यादव, सोमेश जडिया सहित कई लोग बैठे थे. मीडिया ने जब बैठक को लेकर सवाल किया तो महापौर संगीता तिवारी ने कहा कि मुझे इस बैठक की कोई सूचना नहीं थी. शहर के विकास कार्यों को लेकर कोई बैठक हो रही है, मुझे सूचना होती तो जरूर शामिल होती. हमारे बीजेपी परिवार की ही बैठक है.  


दरअसल, मंगलवार को भोपाल में नगरीय विकास मंत्री कैलाश विजयवर्गीय से कैबिनेट मंत्री गोविंद राजपूत और विधायक शैलेंद्र जैन के नेतृत्व में दो दर्जन पार्षदों ने मुलाकात की थी. सभी ने विकास कार्यों पर चर्चा के साथ ही मेयर और उनके पति महापौर प्रतिनिधि सुशील तिवारी और भतीजे रिशांक तिवारी के हस्तक्षेप की शिकायत भी की थी.


(विनोद आर्या की रिपोर्ट)



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