MP News: मध्य प्रदेश के सागर में चाचा की मौत व शव वाहन से भतीजे के कूद जाने व इलाज के दौरान उसकी मृत्यु हो जाने के बाद कांग्रेस लगातार सरकार पर हमलावर है. पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह जहां मृतक के दाह संस्कार में शामिल हुए तो वहीं पीसीसी चीफ जीतू पटवारी पीड़ित परिवार के घर पहुंचे. उन्होंने परिजनों से कहा कि राहुल गांधी के कहने पर आपसे मिलने आया हूं. इस दौरान पटवारी ने पीड़ित परिजनों की मोबाइल पर राहुल गांधी से बात भी कराई.
26 मई की शाम बरोदिया नौनागिरी की 23 वर्षीय अंजना अहिरवार ने वाहन से कूदकर आत्महत्या कर ली थी. वह मुंहबोले चाचा राजेन्द्र अहिरवार का शव लेकर गांव लौट रही थी. वाहन में मृतक राजेन्द्र के माता पिता और एक पुलिस जवान भी मौजूद था. जबकि गांव से 20 किलोमीटर पहले खुर्द में अंजना ने शव वाहन का गेट खोला और छलांग लगा दी थी. अस्पताल में इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई.
यहां से हुए विवाद की शुरुआत
पीड़ित परिवार के अनुसार 24 अगस्त 2023 की शाम आरोपी पक्ष नितिन अहिरवार के घर पहुंचा था, जहां वर्ष 2019 के पुराने छेड़छाड़ के मामले में राजीनामा करने का दबाव बनाया गया. इसके बाद बरोदिया नौनागिर बस स्टैंड के पास मृतक अंजना के भाई लालू उर्फ नितिन अहिरवार के साथ मारपीट की, मारपीट में आई गंभीर चोट से उसकी मौत हो गई थी.
इस मामले में पुलिस ने 9 नामजद सहित चार अन्य आरोपियों के खिलाफ हत्या का प्रकरण दर्ज किया था. इसी मामले में मृतक राजेन्द्र अहिरवार और मृतिका अंजना अहिरवार गवाह थे. पीड़ित परिवार का आरोप है कि गवाही नहीं देने का दबाव बनाया जा रहा था, गवाही नहीं देने को लेकर राजेन्द्र की हत्या कर दी गई, जबकि खौफजदा अंजना ने भी आत्महत्या कर ली.
राहुल गांधी भी आ सकते हैं गांव
पीड़ित परिवार के घर पहुंची पीसीसी चीफ जीतू पटवारी ने कहा कि राहुल गांधी के कहने पर मैं यहां आया हूं. राहुल गांधी भी यहां आ सकते हैं. इस दौरान पटवारी ने पीड़ित परिवार के सदस्यों की राहुल गांधी से फोन पर बात भी कराई.
प्रियंका गांधी ने केंद्र सरकार पर बोला हमला
प्रियंका गांधी ने ट्वीट कर लिखा, ''मध्य प्रदेश में एक दलित बहन के साथ घटी ये घटना दिल दहला देने वाली है. बीजेपी के लोग संविधान के पीछे इसलिए पड़े हैं क्योंकि वे नहीं चाहते कि देश की महिलाएं, दलित, आदिवासी, पिछड़े सम्मान के साथ जीवन जीने, उनकी कहीं कोई सुनवाई हो. दिल्ली में पहलवान बहनें हो, हाथरस उन्नाव की पीड़िता हो या फिर ये भयावह कांड, जहां भी महिला पर अत्याचार हुआ,जिन बहनों पर अत्याचार हुआ, अगर उन्होंने न्याय मांगा तो उनके परिवारों को तबाह कर दिया गया. देश की महिलाएं अब चुप नहीं बैठने वाली.''