MP News: बीते दिनों मध्य प्रदेश के सागर में वाहन चेकिंग के दौरान बीजेपी पार्षद और पुलिस के बीच बहस हो गई. इस मामले में पार्षद के खिलाफ मामला दर्ज किए जाने पर सत्तारूढ़ बीजेपी के नेता आक्रोशित हो गए. इसको लेकर शनिवार (17 फरवरी) को बीजेपी नेताओं ने एसपी कार्यालय पर प्रदर्शन करते हुए जमकर नारेबाजी की. बीजेपी नेताओ के उग्र तेवरों का एसपी को सामना करना पड़ा.


बीजेपी के पार्षद, पदाधिकारी कार्यकर्ताओं सिविल लाइन से "एसपी हटाओ सागर बचाओ" के नारों के साथ पैदल मार्च करते पुलिस अधीक्षक कार्यालय पहुंचे. पुलिस कार्यालय अधीक्षक के कार्यालय में न होने पर बीजेपी के जनप्रतिनिधि, पदाधिकारी और कार्यकर्ता नाराज हो गए, जिसके बाद उन्होंने कार्यालय के सामने जमीन पर बैठकर नारेबाजी करते हुए कार्यालय के तालाबंदी की तैयारी शुरू कर दी. सूचना मिलते ही पुलिस अधीक्षक कार्यालय पहुंचे. पुलिस अधीक्षक के सामने ही बीजेपी नेताओं ने गंभीर आरोप लगाते हुए नारेबाजी की.


'मामले की हो दोबारा जांच'
इस दौरान सागर नगर निगम अध्यक्ष वृंदावन अहिरवार ने गुरुवार (15 फरवरी) शाम पुलिस द्वारा बीजेपी पार्षद धर्मेंद्र खटीक और विशाल खटीक के घर पहुंचकर परिजनों के खिलाफ की गई कार्रवाई की भर्त्सना की. उन्होंने कहा कि बुधवार (14 फरवरी) को वाहन चेकिंग के दौरान हुए घटना क्रम में एक पक्षीय कार्यवाही न्याय संगत नहीं है, इसलिए मामले की दोबारा जांच कराई जाए और दर्ज हुआ मामला वापस लिया जाए. इसी दौरान उपस्थित अन्य जनप्रतिनिधि और पदाधिकारियों द्वारा सागर पुलिस की बेहद निष्क्रिय और लचर व्यवस्था से पुलिस अधीक्षक को अवगत कराया.  


बीजेपी नेताओं ने लगाए ये आरोप
एसपी अभिषेक तिवारी से चर्चा के दौरान वरिष्ठ पार्षद नरेश यादव ने तिली वार्ड पार्षद के साथ हुई घटना पर कोई कार्रवाई नहीं होने पर आपत्ति दर्ज कराई. इस मौके पर चंद्रशेखर वार्ड पार्षद मेघा दुबे ने वार्ड में जिलाबदर अपराधी के वार्ड में खुलेआम शराब खोरी करने और गुंडागर्दी की शिकायत के बाद कोई कार्रवाई नहीं होने पर नाराजगी जताई. जिला महामंत्री श्याम तिवारी ने कहा सागर ध्वस्त पुलिस व्यवस्था के कारण अपराध का ग्राफ शेयर बाजार (सेंसेक्स) की ऐतिहासिक तेजी को भी पीछे छोड़ रहा है. महापौर प्रतिनिधि डॉ. सुशील तिवारी ने कहा पुलिस को सामंजस्य बनाकर कार्य करने की आवश्यकता है.


'पुलिस करेगी निष्पक्ष जांच'
जिला उपाध्यक्ष जगन्नाथ गुरैया ने कहा की पुलिस अपराधियों से साठगांठ के साथ काम करती है और नेताओं और आमजनों के फोन भी नहीं उठाती. इनके खिलाफ आवाज उठाने वाले पत्रकारों पर झूठे मामले बनाकर अपने कृत्यों पर पर्दा डालने का प्रयास करतीं है. बीजेपी के तीनों मंडल अध्यक्ष मनीष चौबे, रीतेश मिश्रा, विक्रम सोनी ने घटना क्रम में अविलंब कार्यवाही न होने की दशा में उग्र आंदोलन की चेतावनी दी है.


वहीं अन्य जनप्रतिनिधि पदाधिकारियों ने जगह-जगह अवैध शराब विक्रय, शराब खोरी जैसे सट्टा जुआ जैसे विषयों को पुलिस अधीक्षक को अवगत कराया. पुलिस अधीक्षक अभिषेक ने बीजेपी नेताओं के आरोपों पर कहा कि पार्षद और पुलिस के बीच घटनाक्रम की वीडियो के आधार पर कार्रवाई हुई है. इस संबंधित साक्ष्य जुटाकर निष्पक्ष जांच करेंगे.


(विनोद आर्य की रिपोर्ट)


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