Sehore News: सीएम के गढ़ सीहोर में निकलेगी 'संविधान संदेश यात्रा', प्रभारी बोले- लोगों में फैलाया जा रहा दुष्प्रचार
मध्य प्रदेश के सीहोर जिले में 26 नवंबर से 6 दिसंबर तक संविधान संदेश पदयात्रा निकाली जाएगी. इस यात्रा को आने वाले विधानसभा चुनाव से जोड़कर देखा जा रहा है.
MP News: मध्य प्रदेश में विधानसभा चुनाव 2023 का समय नजदीक आने पर राजनीतिक पार्टियां अपनी तैयारियां तेज करती जा रही हैं. सियासी दलों की यह तैयारियां मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान (Shivraj Singh Chauhan) के गृह जिले सीहोर में भी देखने को मिल रही है. हालांकि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान का जिला सीहोर फिलहाल बीजेपी का गढ़ है. यहां से चारों ही विधायक और तीनों ही सांसद बीजेपी से आते हैं. सीहोर जिले में अब तक दो ही प्रमुख पार्टियां बीजेपी और कांग्रेस रही है, लेकिन चर्चा है कि इस बार तीसरे मोर्च के रूप में बहुजन समाज पार्टी भी तेजी से उभरने का प्रयास कर रही है. सीएम के जिले सीहोर में 26 नवंबर से छह दिसंबर तक 11 दिवसीय संविधान संदेश यात्रा निकाली जा रही है. बताया जा रहा है कि यह यात्रा गैर राजनीतिक है,लेकिन यह यात्रा आगामी विधानसभा चुनाव में सीहोर विधानसभा का गणित बिगाड़ सकती है.
संविधान संदेश पदयात्रा के प्रभारी कमलेश दोहरे ने बताया कि यह यात्रा पूरी तरह से गैर राजनीतिक है. दोहरे के मुताबिक यात्रा की शुरुआत 26 नवंबर से होगी, जबकि समापन छह दिसंबर को होगा. यात्रा का उद्देश्य विधानसभा क्षेत्रवासियों को संविधान के प्रति जागरुक करना है. यात्रा 26 नवंबर को सीहोर जिला मुख्यालय से प्रारंभ होकर दोराहा अहमदपुर चरनाल श्यामपुर और चांदबड़ होते हुए छह दिसंबर को जिला मुख्यालय पर बाबा साहब डॉ. अम्बेडकर महापरिनिर्वाण दिवस पर जिला मुख्यालय पर समाप्त होगी. प्रभारी कमलेश दोहरे के मुताबिक यात्रा में प्रत्येक दिन अलग-अलग मुख्य अतिथियों को आमंत्रित किया गया है.
संविधान के प्रति लोगों में फैलाया जा रहा दुष्प्रचार
यात्रा प्रभारी कमलेश दोहरे ने बताया कि भारत में सभी नागरिकों को अपनी स्वेच्छा अनुसार धर्म और संस्कृति का पालन करने का पूर्ण अधिकार है. संविधान द्वारा ही देश में असमानता लिंग भेद आदि को समाप्त किया जा सकता है. इसलिए प्रत्येक नागरिक को अपने संविधान पर गर्व होना चाहिए लेकिन हमारे देश में कुछ देश विरोधी लोग देश के भोले भाले लोगों को संविधान के प्रति दुष्प्रचार कर गुमराह करने का काम कर रहे हैं. कई बार संविधान की प्रतियां जलाई गई है और संविधान बदलने को लेकर योजनाबद्ध तरीके से समय-समय पर संविधान विरोधी बयान दिए जाते हैं. इससे यह स्पष्ट होता है कि देश में संविधान को लेकर देशद्रोहियों द्वारा कोई बड़ा षडय़ंत्र कर जनमत तैयार किया जा रहा है ताकि संविधान आसानी से बदला जा सके. ऐसी मुश्किल परिस्थितियों में प्रत्येक सच्चे देशभक्त नागरिक का यह दायित्व है कि संविधान को सुरक्षित रख देश की एकता अखंडता और भाईचारा बनाए रखने और मजबूत भारत का निर्माण करने के लिए संविधान की सही व्याख्या और सच्चाई प्रत्येक भारतीय तक पहुंचकर जागरुकता बढ़ाना अति आवश्यक है, ताकि संविधान का सही ज्ञान होने से प्रत्येक देशवासी देश विरोधी ताकतों को मुंहतोड़ जवाब दे सके. इस उद्देश्य को लेकर सिहोरा विधानसभा में 11 दिवसीय संविधान संदेश पदयात्रा निकाली जा रही है.
इन गांवों से होकर गुजरेगी यात्रा
यात्रा प्रभारी कमलेश दोहरे ने बताया कि यह यात्रा सीहोर जिला मुख्यालय से शुरु होकर ग्राम जमोनिया, दीपड़ी, रायपुरा, मुंगावली, अतरालिया, सेमरादांगी, छापरी, सतोरनिया, तोरनिया, जमानिया, सोनकच्छ, झरखेड़ा, पाटन, तकिया, बरखेड़ी, भोज, तिनसाई, शाहजहांपुर, हथियाखेड़ा, सिकंदरपुर, हिनोती, बड़ाखेड़ा, बरखेड़ा खरेट, भानपुरा, नबीपुरा, चौकी, सिकंदरगंज, दोराहा, इमकिया हसन, महुआखेड़ा, चौकी, बरखेड़ा देवा, छतरी, खाईखेड़ा, रसूलपुरा, हसनपुरा तिनोनिया, पिपलखेड़ा, मंडखेड़ा, अजमतनगर, अहमदपुर, मंडेड़ा, सुआखेड़ा, बरखेड़ाहसन, पाड़लिया, हीरापुर, गढ़ी, कोलूखेड़ी, पथरिया, मगरदा, मोतीपुरा, छतरपुरा, चांदबड़, मानपुरा, आछारोही, चरनाल, पीलूखेड़ी, भेरुपुरा, मरहेटी, बिलोदिया, सुल्तानपुर, पम्पाफर, पडिय़ाला, बमूलिया, हिगोनी, बर्री, बैरागढ़ खुमान, सोठी, बिछिया, हिरनखेड़ी आदि गांवों से होकर गुजरेगी. यात्रा के प्रभारी कमलेश दोहरे के मुताबिक यात्रा के रूट में कुछ और परिवर्तन किया जाता है.