Bhopal News: देश भर में मध्य प्रदेश का सांची एक ऐसा नगर होगा,जो सौर ऊर्जा से जगमगाएगा.सांची कस्बे के पास नागौरी में पांच मेगावाट के सब स्टेशन में 1200 सोलर पैनल लगाने का काम अंतिम चरण में है. इसके इसी महीने पूरा हो जाने की उम्मीद है. इसके बाद तीन मई से सांची का हर घर और दफ्तर सौर ऊर्जा से जगमग होगा.बताया जा रहा है कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी वर्चुअली इस प्लांट का शुभारंभ कर सकते हैं.
क्या है यह परियोजना
बौद्ध स्तूपों के लिए मशहूर सांची नगर में एक नई पहल शुरु होने जा रही है.इस पहल के तहत तीन मई से सांची नगर का हर घर और दफ्तर सौर ऊर्जा से रोशन होगा.तीन मई को रायसेन जिले के सांची को सोलर सिटी घोषित हो जाएगा.कस्बे के पास नागोरी में पांच मेगावाट के सब स्टेशन में 1200 सोलर पैनल लगाने का काम अंतिम चरण में है. यह काम इसी महीने पूरा हो जाएगा.अब तक 450 पैनल लगाए जा चुके हैं,एक दो दिन में टेस्टिंग का काम भी पूर्ण हो जाएगा.इसके बाद सांची नगर में सौर ऊर्जा से हर घर,हर दफ्तर, प्रसिद्ध बौद्ध स्तूप सहित शहर के चौक-चौराहे और नगर की पेयजल सप्लाई भी सौर ऊर्जा के माध्यम से ही होगी.
बिजली बचाई तो मिलेगा रिफंड
सांची में सौलर पैनल लगने के बाद तीन मई से सांची को सोलर सिटी का दर्जा मिल जाएगा.खास बात यह है कि सौलर ऊर्जा से सांची के रोशन होने के बाद यदि बिजली बचती है तो इसका रिफंड भी सरकार को ही मिलेगा.यानि सौर ऊर्जा से जगमग होने के साथ ही सरकार की आमदानी भी बढ़ेगी.वहीं उपभोक्ताओं को भारी भरकम बिजली बिल से राहत मिलेगी.
पीएम मोदी कर सकते हैं उद्घाटन
ऐसी चर्चा है कि आगामी तीन मई को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी वर्चुअली बटन दबाकर सांची को सोलर लाइट से रोशन करेंगे.यानि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस प्लांट का वर्चुअली उद्घाटन करेंगे.रायसेन जिले के अक्षय ऊर्जा अधिकारी पीके शाडिल्य के अनुसार सांची को सोलर सिटी बनाने का काम तेजी से चल रहा है,जो तीन मई तक हर हाल में पूरा हो जाएगा.
बिजली कंपनी के जेई प्रांजल शर्मा के अनुसार सांची में सौर ऊर्जा प्लांट की शुरुआत के बाद जिन घरों में 2000 तक का बिजली बिल आता है,उन घरों का बिजली बिल महज 500 रुपए ही रह जाएगा.उन्होंने बताया कि सोलर सिटी योजना में शामिल होने के लिए छोटे परिवार को कम से कम दो केवी बिजली उत्पादन के लिए पैनल और उससे जुड़े उपकरण लगवाने होंगे. इसका खर्च लगभग एक लाख रुपए आएगा.बड़े परिवारों के लिए तीन केवी बिजली उत्पादन के लिए थोड़ा अधिक खर्च करना होगा.
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