सीहोर: मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान (CM Shivraj Singh Chouhan) सोमवार को देर रात बुधनी विधानसभा के सलकनपुर दौरे पर थे. वहां पर उन्होंने करोड़ों रुपये की विकास योजनाओं का भूमिपूजन और लोकार्पण किया. डिमावर गांव के मजदूर इकट्ठा होकर मुख्यमंत्री से मिलने पहुंचे. मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को उन्होंने अपनी समस्या बताई. 


मजदूरों ने क्या आरोप लगाए


मजदूरों ने अपना ज्ञापन सौंपते हुए मुख्यमंत्री जी से कहा कि होशंगाबाद नर्मदापुरम के माइनिंग ऑफिसर अनावश्यक हमें परेशान कर रहे हैं. गांव में आकर हम मजदूरों को धमकी दे रहे हैं. हम मजदूर रेत की खदान में मजदूरी कर 400 से 500 परिवार के लोग गाड़ियां भरते हैं. इससे हमारे घर का भरण पोषण होता है. लेकिन अनावश्यक रूप से आकर नर्मदापुरम के माइनिंग ऑफिसर हमें परेशान कर रहे हैं. 


मजदूरों का कहना है कि पिछले 20-25 साल से ही डिमावर में काम करके वो अपने परिवार का भरण-पोषण कर रहे हैं. लेकिन अब हमारी आजीविका खतरे में पड़ गई है, क्योंकि सीहोर जिलें में आकर दूसरे जिले नर्मदापुरम के ऑफिसर रोज हमें धमकी दे रहे हैं. और हमारा रोजगार छीन रहे हैं. मजदूरों ने मुख्यमंत्री से कहा कि हमें दूसरा रोजगार दें या फिर इन अफसर पर कार्रवाई करें. 


क्या कहना है सरपंच का


डिमावर के सरंपच सुनिल पर्ते कहना है कि मैं नर्मदापुरम के माइनिंग ऑफिसर रोज हमारे गांव डिमावर आकर मजदूरों को डरा धमका रहे हैं. कह रहे है कि यहां पर काम करना बंद कर दो. क्योंकि हम मजदूर ट्रैक्टर ट्राली से गाड़ियां भर रहे हैं, यहां पर मशीन नहीं चल रही है. उन्होंने कहा कि साहब का मकसद है मशीन चलाने का इसलिए वो हम सबको डरा धमका रहे हैं. उन्होंने बताया कि हमने मुख्यमंत्री को ज्ञापन देकर हमारी समस्या बताई है, उन्होंने आश्वासन दिया है जल्दी कार्रवाई की जाएगी. 


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