MP: अब बैठकों खानापूर्ति की नहीं कर सकेंगे BJP नेता, निगरानी के लिए लॉन्च हुआ एप
MP News: अब भाजपाई बैठकों में खानापूर्ति नहीं कर सकेंगे. 'संगठन एप 2.0' के जरिए बैठकों की निगरानी रखी जाएगी. धार के मांडू में बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा ने संगठन एप 2.0 लॉन्च किया.
MP News: अब बीजेपी के नेता बैठकों में खानापूर्ति नहीं कर सकेंगे. 'संगठन एप 2.0' के जरिए बैठकों की निगरानी रखी जाएगी. पार्टी को धरातल पर मजबूती प्रदान करने के लिए बीजेपी ने संगठन एप 2.0 जारी किया. धार के मांडू में बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा ने संगठन एप 2.0 लॉन्च किया. बूथ स्तर तक की विस्तार से जानकारी संगठन एप 2.0 में होगी. धार के मांडू में बीजेपी का प्रशिक्षण कार्यक्रम चल रहा है. 2023 में होने जा रहे विधानसभा चुनावों की तैयारी बीजेपी ने अभी से तेज कर दी है. चुनाव में जीत के लिए बीजेपी कोई कसर नहीं छोड़ना चाहती. संगठन एप 2.0 में प्रदेश अध्यक्ष से लेकर, जिलाध्यक्ष और बूथ स्तर कार्यकर्ताओं को प्रवास और बैठकों की जानकारी रियल टाइम पर रिपोर्ट करनी होगी.
बीजेपी प्रशिक्षण शिविर के अंतिम दिन एप लॉन्च
बैठकों और प्रवास की फोटो लोकेशन, जियो टैगिंग भी फीड करना होगा. प्रशिक्षण वर्ग के तीसरे दिन बीजेपी ने एप लॉन्च किया. बैठकों की खानापूर्ति या लापरवाही करने वाले पदाधिकारियों और की संगठन से छुट्टी कर दी जाएगी. संगठन एप 2.0 पर प्रदेश से लेकर बूथ लेवल तक के पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं की बैठकों और प्रवास की जानकारी मिल जाएगी. बीजेपी की मंशा बैठकों को महज औपचारिकता नहीं बनाने की है बल्कि संगठन पर पकड़ बनाए रखने की है. बीजेपी प्रशिक्षण वर्ग के कार्यक्रम में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान तमाम बड़े नेता उपस्थित रहे. मध्य प्रदेश (MP) में 5 जिला अध्यक्ष बदलने के बाद बीजेपी ने कार्यकर्ताओं का प्रशिक्षण शिविर लगाया.
कार्यकर्ताओं को दिया गया चुनावी जीत का मंत्र
तीन दिवसीय प्रशिक्षण शिविर का उद्घाटन मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान (Shivraj Singh Chouhan) ने किया था. निकाय चुनाव में हार पर मंथन और आगामी विधानसभा चुनाव की रणनीति पर चर्चा किया गया. पहले दिन सत्र को बीजेपी प्रदेशाध्यक्ष वीडी शर्मा (VD Sharma) ने संबोधित किया था. उन्होंने बताया कि इस बार चुनाव के कारण बीजेपी का प्रशिक्षण शिविर देरी से शुरू हुआ. प्रशिक्षण शिविर में अलग-अलग विषय, राजनीतिक परिदृश्य और जरूरी मुद्दों पर बात की गई. अलग-अलग सत्रों में कार्यकर्ताओं को चुनावी फतह के प्रबंधन गुर भी सिखाए गए.