Gwalior News: मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) में दलित आरटीआई कार्यकर्ता (Dalit RTI Activists) की पिटाई किये जाने का मामला प्रकाश में आया है. इसके अलावा यह भी बताया जा रहा है कि दलित युवक को जबरन पेशाब (Urine) पीने के लिए मजबूर किया गया. आरोप गांव की सरपंच के पति (sarpanch husband) और पंचायत सचिव (Panchayat Secretary) पर है. पीड़ित दलित कार्यकर्ता की हालत गंभीर बनी हुई है.
गंभीर बनी हुई है युवक की हालत
ग्वालियर जिले के पनिहार थाना इलाके के बरई गांव में दलित आरटीआई एक्टिविस्ट शशिकांत जाटव को पंचायत में हुए भ्रष्टाचार की जानकारी आरटीआई के तहत मांगना महंगा पड़ गया. इस बात से नाराज सरपंच पति और पंचायत सचिव ने आरटीआई एक्टिविस्ट शशिकांत जाटव को कमरे में बंद कर जमकर पीटा. आरोप यह भी है कि आरटीआई एक्टिविस्ट शशिकांत को आरोपियों ने जूते में भरकर पेशाब भी पिला दिया. सरपंच के पति और सचिव सहित तकरीबन 8 लोगों ने उनकी जमकर पिटाई की है. इस घटना में वह गंभीर रूप से घायल हुए हैं. पहले उन्हें इलाज के लिए ग्वालियर लाया गया. जहां उनकी गंभीर हालत को देखते हुए अस्पताल प्रशासन ने उन्हें दिल्ली एम्स रेफर कर दिया. पीड़ित का एम्स में इलाज जारी है. परिजनों का कहना है कि युवक की हालत गंभीर बनी हुई है.
दो आरोपियों किया गया है गिरफ्तार
इस मामले में दलित संगठन और बहुजन समाज पार्टी लामबंद हो गए हैं. लिहाजा बीएसपी ने घटना के विरोध में एसपी ऑफिस के बाहर प्रदर्शन किया था और एसएसपी अमित सांघी को आरोपियों के विरुद्ध धारा 307 के तहत मुकदमा दर्ज किए जाने के साथ ही उनके शस्त्र लाइसेंस निरस्त किए जाने और उनकी शीघ्र गिरफ्तारी की मांग की थी .जो इस मामले में एसपी का कहना है कि दो आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है. अन्य आरोपियों की तलाश जारी है. मेडिकल रिपोर्ट आने के बाद आरोपियों के खिलाफ अन्य धाराओं में भी मुकदमा दर्ज किया जाएगा.
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