Satna Building Collapse: मध्य प्रदेश के सतना में मंगलवार (3 अक्टूबर) की देर रात एक तीन मंजिला बिल्डिंग अचानक ढह गई. आधिकारिक लोगों के मुताबिक, इस हादसे के तुरंत बाद बचाव कार्य शुरू कर दिया गया है. हालांकि, मलबे में कई लोगों के फंसे होने की आशंका जताई जा रही है. यह हादसा सतना के बिहारे चौक इलाके का है.
सतना के विधायक सिद्धार्थ कुशवाह भी देर रात मौके पर पहुंचे और उन्होंने बताया कि उन्हें मिली जानकारी के मुताबिक, यहां कुछ मरम्मत का काम चल रहा था और उसी दौरान यह इमारत ढह गई. अभी यह बात स्पष्ट नहीं है कि अंदर कितने लोग फंसे हैं. हालांकि सभी को सुरक्षित बाहर निकालने के लिए बचाव कार्य जारी है.'
चार घंटे तक चला बचाव कार्य, सभी लोग सुरक्षित
सतना नगर निगम आयुक्त अभिषेक गेहलोत ने जानकारी दी है कि बचाव अभियान सकारात्मक तरीके से हो गया. इस इमारत में दो लोगों के दबे होने की सूचना मिली थी जिसके बाद नगर-निगम, SDRF, दमकल विभाग, जिला प्रशासन, पुलिस प्रशासन की टीमों द्वारा संयुक्त रूप से ये ऑपरेशन चलाया गया. दो मजदूरों का सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया है. सभी बधाई के पात्र हैं कि सभी ने जी-जान लगाकर काम किया और दो मजदूरों को सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया.
इमारत के मालिक के खिलाफ हो सकती है कार्रवाई
इमारत के मालिक के खिलाफ पुलिस कार्रवाई की जाएगी. बिना अनुमति के इतनी पुरानी इमारत में निर्माण या मरम्मत का काम करवाने पर मालिक के खिलाफ एक्शन लिया जा सकता है. ये बिल्डिंग पीछे तक ओपन बताई जा रही है. हादसे के दौरान इमारत में 5-6 लोग थे, लेकिन कुछ लोग पहले ही सुरक्षित बाहर निकल गए थे. मलबे में दो ही लोगों के दबे होने की सूचना मिली थी, जिन्हें चार घंटे के रेस्क्यू ऑपरेशन के बाद सुरक्षित रूप से बाहर निकाल लिया गया है.
ऊपरी मंजिल पर चल रहा था रेनोवेशन का कार्य
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, छत्तुमल सबनानी की इस इमारत में रेडीमेड कपड़ों की दुकान थी और साड़ियों का भी एक शोरूम था. ऊपर के किसी तल पर मरम्मत का काम चल रहा था. हादसे की सूचना मिलते ही मौके पर सांसद गणेश सिंह, विधायक सिद्धार्थ कुशवाह और मेयर योगेश ताम्रकार मौके पर पहुंचे. उनके साथ कई व्यापारी भी वहां आए. तुरंत ही प्रशासन को खबर मिली और मलबे में फंसे लोगों को बचाने के लिए तुरंत कई मशीने लगा दी गईं. नगर निगम और पुलिस की टीम मौके पर पहुंची और सबसे पहले बिजली की सप्लाई काटी गई. इसके बाद जेसीबी की मदद से मलबा हटाया गया.
जानकारी के अनुसार, मलबे में कई गाड़ियां भी दबकर क्षतिग्रस्त हो गईं. इमारत ढहने की आवाज इतनी तेज थी कि देर रात लोगों की नींद टूटी और सब बाहर आ गए. मौके पर आम जनता की भीड़ लग गई. रेस्क्यू टीम देर रात तक बचाव कार्य में जुटी रही.