Satna: 'मैहर माता मंदिर से हटाए जाएं मुस्लिम कर्मचारी', धर्मस्व विभाग ने कलेक्टर को दिया आदेश
Satna News: शक्ति पीठों में से एक मध्य प्रदेश के मैहर माता मंदिर से गैर-हिंदुओं कर्मचारियों को हटाने के आदेश जारी हुए हैं. इससे संबंधित एक चिट्ठी सोशल मीडिया पर वायरल हुई है.
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MP News: मध्य प्रदेश के सतना (Satna) जिले में स्थित मैहर माता मंदिर (Maihar Mata Mandir) से मुस्लिम कर्मचारियों को हटाए जाने का आदेश दिया गया है. य़ह आदेश कथित रूप से धर्मस्व विभाग की ओर से जारी किया गया है. यह जानकारी तब सामने आई जब इससे जुड़ी विभागीय चिट्ठी सोशल मीडिया (Social Media) पर वायरल हुई. चिट्ठी में मैहर नगर में मांस और शराब पर रोक लगाने को भी कहा गया है.
एमपी की धार्मिक न्यास एवं धर्मस्व विभाग की उप सचिव पुष्पा कुलेश ने कलेक्टर को चिट्ठी लिखी है जिसमें मंत्री उषा ठाकुर के निर्देश का हवाला दिया गया है. चिट्ठी में कलेक्टर से मांग की गई है कि मंत्री के निर्देश पर कार्रवाई करते हुए तीन दिन में रिपोर्ट भेजी जाए. यह मांग शहर से मांस और मदिरा की दुकान हटाए जाने और साथ ही प्रबंध समिति से मुस्लिम कर्मचारियों को हटाए जाने से संबंधित है. उधर, जिलाधिकारी का कहना है कि उन्हें मंत्री की चिट्ठी मिली है. जांच के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी. वहीं, अब बात सामने आई है कि मंदिर प्रबंध समिति के नियमों में कहीं भी यह बात नहीं लिखी गई है कि किसी कर्मचारी का चुनाव धर्म के आधार पर किया जाएगा.
बजरंग दल और विहिप ने किया आदेश का स्वागत
बताया जा रहा है कि मंदिर प्रबंधन समिति में केवल तीन ही मुस्लिम कर्मचारी हैं. इन कर्मचारियों को बाहरी काम की जिम्मेदारी दी गई है. जहां तक शहर में शराबबंदी लागू करने की बात है तो जब तक ऐसा आदश आबकारी विभाग की तरफ से नहीं आता ऐसा फैसला स्थानीय प्रशासन नहीं कर सकता. वहीं, विभाग के कथित आदेश का बजरंग दल और विश्व हिंदू परिषद ने स्वागत किया है. पर्यटन और संस्कृति मंत्रालय के नाम विश्व हिंदू परिषद की दो साल पुरानी एक चिट्ठी भी वायरल हो रही है जिसमें उसने गैर-हिंदुओं को मंदिर प्रबंधन समिति से हटाने की मांग की थी. इसमें दो गैर-हिंदू कर्मचारी का नाम भी लिखा गया था और यह शिकायत की गई थी कि इन्हें नियम के खिलाफ जाकर नियुक्त किया गया है.
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