Singrauli News: मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) में सबसे ज्यादा बिजली उत्पादन करने वाले सिंगरौली (Singrauli) जिले के ग्रामीण बिजली की समस्या से जूझ रहे हैं. यहां के खैराही गांव (Khairahi Village) में लकड़ी की बल्लियों पर बिजली के तारों कों टांगकर बिजली की सप्लाई का जा रही है. केंद्र सरकार की 'प्रधानमंत्री सहज बिजली हर घर योजना' (Pradhan Mantri Sahaj Bijli Har Ghar Yojana) की हकीकत बताने के लिए काफी है. जिससे इन गांवों को बिजली योजना से कवर किए जाने का दावा किया जा रहा है.

 

ऐसा नहीं कि यहां का विद्युतीकरण नहीं किया गया. विद्युतीकरण भी हुआ है और इसकी गवाही के लिए बिजली विभाग के अधिकारी कागजों में दिखाकर दावा कर रहे हैं, लेकिन कागजों पर लिखी गई रिपोर्ट और यहां की जमीनी सच्चाई दोनों बेहद अलग हैं. खैराही गांव में जिस तरह बिजली आपूर्ति की जा रही है, वह बेहद खतरनाक है. इस ग्राम पंचायत में बिजली का उत्पादन भी होता है. अडानी का पावर प्लांट इसी गांव में स्थापित है, लेकिन आज भी बांस और लकड़ी के बल्लियों के सहारे बिजली की आपूर्ति की जा रही है.

 

गांव के लोग कई बार उठा चुके हैं आवाज

 

पूरे गांव में लकड़ी और बांस के खंभे लगाए गए हैं और इन्ही खंभों पर बेहिसाब तार दौड़ाए गए हैं. लकड़ी और बांस के ये खंभे बेहद जर्जर हालत में हैं. इनसे हमेशा खतरा बना रहता है. यहां रखा गया ट्रांसफार्मर अक्सर जल जाया करता है, लेकिन बिजली विभाग के अफसर आपूर्ति के इस खतरनाक तरीके को देखने की जहमत नहीं उठाना चाहते हैं. ग्रामीणों ने कई बार इस बदहाली और लापरवाही के खिलाफ आवाज उठाई, जिसके बाद भी उनकी सुनवाई नहीं हुई.

 

तेज हवा या बारिश में टूटकर जमीन पर गिर जाते हैं खंभे

विद्युतीकरण के अंतर्गत हर गांव में बिजली के पोल और तार लगाए जा चुके हैं. यह पूरा काम आपको महज कागजों पर दिखाई देगा. जमीनी हकीकत कागजी रिपोर्ट से बिल्कुल उल्टी है. यहां खंभे से नाम पर सिर्फ बांस और लकड़ी की बल्लियां दिखाई देंगी, जिसपर बिजली की सप्लाई की जा रही है. लकड़ी के यह खंभे इतने जर्जर हैं कि तेज हवा और हल्की सी बारिश में भी यह टूटकर जमीन पर गिर जाते हैं और आए दिन इनसे हादसे का खतरा बना रहता है.

 

बिजली विभाग के अधिकारी बोले- सौभाग्य योजना का काम हो चुका है बंद

 

खैराही गांव के लोगों का कहना है कि कई बार इसकी शिकायत बिजली विभाग के अफसरों से की गई. क्षेत्रीय विधायक को भी इस समस्या से अवगत कराया गया, लेकिन सभी ने इस समस्या को अनदेखा कर दिया है. वहीं बिजली विभाग के अधिकारियों  का कहना है कि सौभाग्य योजना का काम अब बंद हो चुका है. अगर कोई गांव वंचित है तो विद्युतीकरण का जल्द ही कराया जाएगा.

 

ये भी पढ़ें-