Crime Against Tribes in MP: मध्य प्रदेश के सीधी में हुए पेशाब कांड के बाद आदिवासी छात्राओं के साथ हुई एक और घटना प्रदेश में सामने आई है. इस घटना ने प्रदेश को शर्मसार किया है. इस बार आरोपी कोई आम आदमी नहीं बल्कि एसडीएम है. आरोप है कि आदिवासी माध्यमिक (कक्षा 8 तक) छात्रावास में जांच के नाम पर पहुंचे एसडीएम सुनील झा ने छात्राओं के साथ अश्लील हरकत और छेड़छाड़ की. उन्हें गलत तरीके से छुआ और न सिर्फ गले लगाने की कोशिश की, ब​ल्कि उनसे निजी सवाल भी पूछे. पुलिस ने आरोपी एसडीएम को गिरफ्तार कर लिया है. उसके खिलाफ पॉक्सो और एससी-एसटी एक्ट की धाराएं लगाई गई हैं. 


किसने दर्ज कराई एफआईआर


यह मामला छाबुआ जिले का है. वार्डन ने इसकी ​शिकायत की तो कलेक्टर तन्वी हुड्डा ने रात में ही जांच कराई. जांच रिपोर्ट के आधार पर सुबह छह बजे एसडीएम सुनील झा के ​खिलाफ पॉक्सो और एससी-एसटी एक्ट में एफआईआर दर्ज करवाई गई. इसके एक घंटे बाद एसडीएम को घर से गिरफ्तार कर लिया गया. मंगलवार को एसडीएम को कोर्ट में पेश किया गया. वहां से अदालत ने उन्हें जेल भेज दिया.


छात्राओं ने क्या आरोप 


आदिवासी कन्या आश्रम की अधीक्षक और छात्राओं ने बताया कि रविवार दोपहर साढ़े तीन बजे एसडीएम यहां पहुंचे.उन्हें बाहर अधीक्षक निर्मला झरवड़े मिलीं. उनसे बोले,''इसी छात्रावास का निरीक्षण कर लेते हैं. वार्डन को बाहर ही रुकने को कहा. अंदर जाकर छात्राओं को गलत तरीके से छुआ. एक छात्रा ने जबरन गले लगाने की बात भी बताई. एसडीएम ने एक छात्रा से कहा, ''मैं तुम्हें कैसा लगा, अच्छा या बुरा.'' उन्होंने बच्चियों से उनके मासिक धर्म को लेकर भी सवाल पूछे.


जब एसडीएम चले गए तो छात्राएं बाहर आईं और वार्डन से बोलीं कि ये सर बहुत खराब हैं. छात्राओं की यह बात सुनकर वार्डन ने पूरी जानकारी उनसे जुटाई और इसकी जानकारी कलेक्टर को दी. 


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