Madhya Pradesh News: मध्यप्रदेश के इंदौर में लोकायुक्त की टीम ने आज बड़ी कार्रवाई को अंजाम दिया है. उसने देर शाम स्वास्थ्य विभाग के कार्यपालन यंत्री राकेश कुमार सिंघल को 12 लाख की रिश्वत लेते रंगे हाथों पकड़ लिया. आरोप है कि कार्यपालन यंत्री आरडी कंपनी से बिल भुगतान के बदले रिश्वत की मांग कर रहा था. इससे पहले भी सुबह में लोकायुक्त एक भ्रष्ट अधिकारी को शिकंजे में ले चुकी थी.
लोकायुक्त के शिकंजे में स्वास्थ्य विभाग का कार्यपालन यंत्री
दरअसल, ठेका मिलने पर आरडी कंपनी ने स्वास्थ्य विभाग के नलकूप और इलेक्ट्रिक मेंटेनेंस का काम किया था. काम खत्म हो जाने के बाद कंपनी का लाखों रुपए बकाया होने के चलते मामला कोर्ट में गया. आरोप है कि अदालत से आदेश के बावजूद बिल भुगतान के लिए रिश्वतखोर कार्यपालन यंत्री रमेश कुमार सिंघर का सामना करना पड़ा. कंपनी एक करोड़ से ज्यादा रकम की अदायगी के लिए पहली किश्त में रिश्वतखोर अधिकारी को 5 लाख रुपए दे चुकी है. रिश्वत की बकाया किश्त चुकाने के लिए कंपनी के कर्मचारी और रिश्वतखोर अधिकारी की रिकॉर्डिंग की गई. दोनों के बीच मामला 12 लाख में से 50 हजार नकद और 11 लाख 50 हजार का चेक देने पर तय हुआ.
12 लाख रिश्वत लेते अधिकारी को टीम ने किया गिरफ्तार
शिकायत मिलने पर लोकायुक्त पुलिस ने आज शाम पालिका प्लाजा स्थित दफ्तर में आरडी कंपनी के कर्मचारी को भेजा. उसने इंतजार कर रहे कार्यपालन यंत्री को पहले नकदी के बाद चेक दिया. इस बीच, डीएसपी प्रवीण सिंह बघेल की अगुवाई में घात लगाए बैठी लोकायुक्त की टीम ने रिश्वतखोर अधिकारी को रंगे हाथों दबोच लिया. लोकायुक्त डीएसपी ने बताया कि आरोपी अधिकारी के खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम की धारा में कार्रवाई की जाएगी.
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