Sehore Corona News: कोरोना की बढ़ती रफ्तार को कंट्रोल करने में अहम भूमिका निभाने वाले सीहोर जिले में 13 हजार फ्रंटलाइन और हेल्थ केयर वर्कर को आज से बूस्टर प्रिकॉशन डोज लगना शुरू हो गया है. बूस्टर डोज लगने के बाद यह टीम वापस मैदान में आकर कोरोना मरीजों की देखरेख और केयर करने में जुटेगी. कोरोना संक्रमण की तीसरी लहर से निपटने की मंशा को लेकर ही सबसे पहले इन्हें तीसरा बूस्टर डोज लगाने का काम जारी है.


कितने वर्कर हैं
जानकारी के अनुसार जिले भर में 6,890 फ्रंटलाइन वर्कर (रेवेन्यू नगरपालिका ,पुलिस पचांयत के अधिकारी कर्मचारी) और 6,741 हेल्थ केयर वर्कर स्वास्थ्य विभाग और महिला बाल विकास विभाग अधिकारी कर्मचारी हैं. ये सब कोरोना काल में खुद की जान जोखिम में डाल कर ड्यूटी कर रहे थे. फिर वापस जैसे ही कोरोना की तीसरी लहर शुरू हुई वैसे ही ये लोग ड्यूटी पर तैनात हो गए.


प्रिकॉशन डोज के दायरे में 10,987 वर्कर 
बता दें कि जिले भर में कोरोना के मरीज मिलने शुरू हो गए हैं. अभी तक एक्टिव मरीज 10 से ऊपर निकल गए है इसे देखते हुए स्वास्थ्य विभाग इन्हें सुरक्षा की दृष्टि से पहली और दूसरी कोरोना वैक्सीन की डोज लगाने के बाद आज से तीसरा बूस्टर डोज लगाया जा रहा है . स्वास्थ्य विभाग ने इस बूस्टर डोज को प्रिकॉशन डोज का नाम दिया है. पहली और दूसरी डोज लगाने की समय अवधि पूरा होने के बाद प्रिकॉशन डोज लगाने के दायरे में आ रहे है 10,987 वर्कर हैं जिनको आज 138 केंद्र पर वैक्सीन लगाई जा रही है.


वैक्सीनेशन का आंकड़ा
स्वास्थ्य विभाग के अनुसार जिले में 15 से 18 ,18 से 44, 45 से 59 और 60 साल से ऊपर वाले करीब दस लाख 54 हजार लोगों को वैक्सीन की पहली और दूसरी डोज लगनी है. इसमें 18 साल से ऊपर वालों को पिछले साल 16 जनवरी से वैक्सीन लगाने की शुरुआत हुई थी. अब तक 10,15,760 को पहली डोज और 8,97,000 हजार को दूसरी डोज लगी है.  स्वास्थ्य विभाग ने तीसरी लहर को देखते हुए सैंपल लेना तेज कर दिया है.


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