Sehore News: सीएम शिवराज की महत्तवकांक्षी योजना वाली नहर उद्घाटन से पहले ही टूटी, डीएम ने दिए जांच के आदेश
Sip Kolar Link Project: शिवराज सिंह मंत्रिमंडल ने इस परियोजना के लिए 137 करोड़ 21 लाख 5 हजार रुपये की स्वीकृति दी थी. लेकिन नहर उद्घाटन के पहले ही टूट गई.
Sip Kolar Link Project: मध्य प्रदेश में इस समय बारिश का दौर जारी है कई जिलों में बारिश के चलते बाढ़ जैसे हालात हैं. कई जगह जनजीवन अस्त व्यस्त है. लेकिन मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के गृह जिले सीहोर में बारिश के चलते नहर टूट गई है, जिससे किसानों के खेतों में पानी भर गया है.
137 करोड़ स्वाहा
सीहोर जिले के कालियादेव में सीप लिंक परियोजना को मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने वर्ष 2012 में मंजूरी दी थी. इस योजना को पूरा करने की डेडलाइन 2015 तय की गई थी. लेकिन यह योजना 2021 तक पूरी हो गई थी. शिवराज सिंह मंत्रिमंडल ने इस परियोजना के लिए 137 करोड़ 21 लाख 5 हजार रुपये की स्वीकृति दी थी. योजना का उद्देश्य सीहोर जिले की इछावर तहसील के गांवों में किसानों को खेती के लिए पानी देने के साथ ही कोलार डैम में भी पानी लाना था, ताकि भोपाल को पर्याप्त मात्रा में पेयजल मिल सके.
खेत बने नहर
पिछले दो दिन से भारी बारिश के चलते कालियादेव पर बना डैम से पहली बार सीप लिंक परियोजना का नहर में पानी छोड़ा गया. पानी छोड़ने से नहर टूट गई, जिससे नहर का पानी किसानों के खेतों में बह गया. इससे किसानों की फसल खराब हो गई है. यहां के किसान अनारसिंह वर्मा और लखन वर्मा ने आरोप लगाया कि ठेकेदार और अफसरों की मिलीभगत से घटिया निर्माण हुआ है. जिससे हम किसान और ग्रामीणों के लिए परेशानी का कारण बन गया. वहीं जो डैम बनाए गए हैं उनमें मोहरे नहीं हैं. जिससे बारिश के समय खेतों में पानी भर जाता है.
उद्घाटन के पहले ही टूट गई नहर
बता दें कि अभी इस परियोजना का औपचारिक उद्घाटन भी नहीं हुआ है. ठेकेदार और अफसरों ने सरकार और मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की महत्वाकांक्षी योजना को पलीता लगा दिया है. 137 करोड़ रुपये की इस परियोजना के तहत कोलार-सीप परियोजना को जोड़ने के लिए जो नहर बनाई गई है वह योजना के उद्घाटन के पहले ही टूट गई. इस योजना का मुख्य उद्देश्य भोपालवासियों की पेयजल समस्या का समाधान करना और नसरुल्लागंज क्षेत्र में सिंचाई के लिए पानी उपलब्ध कराना है. लेकिन हुआ उल्टा किसानों के खेत नदी में तब्दील हो गए हैं. अब भोपालवासियों को भी पर्याप्त मात्रा में पेयजल उपलब्ध नहीं हो पाएगा.
कार्रवाई होगी- डीएम
जब इस पूरे मामले को लेकर जिले के डीएम चंद्रमोहन ठाकुर से चर्चा की गई तो उन्होंने बताया कि मामला संज्ञान में आया है. तत्काल कोलार सींप लिंक के इंजीनियर को भेजा है. जांच करने के निर्देश दिए हैं और जांच रिपोर्ट मुझे सौपेंगे इसके बाद उचित कार्रवाई की जाएगी. जिसनें भी लापरवाही बरती है उन पर कार्रवाई की जाएगी.