Illegal mining in Sehore: मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान (Shivraj Singh Chauhan) के प्रज्वल्ल बुधनी का केंद्र बिंदु छीपानेर पिछले कुछ वक्त से रेत माफियाओं का गढ़ बना हुआ था. यहां रेत माफियाओं ने सेंध लगा रखी थी. हैरानी इस बात की थी कि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की फटकार के बाद भी सीहोर (Sehore) जिला प्रशासन छीपानेर में अवैध उत्खनन (Illegal mining) करने वाले माफियाओं को रोक नहीं पा रहा था. आलम यो था कि देवास जिले में रेत माफिया बैखोफ होकर दिन रात छीपानेर की अवैध खदान पर नर्मदा नदी से रेत का उत्खनन कर रहे थे.


एबीपी न्यूज की खबर का असर
इसे लेकर खबर प्रमुखता से एबीपी न्यूज़ ने 20 नवंबर को दिखाई थी. एबीपी की न्यूज़ संवावदाता नितिन ठाकुर ने ग्राउंड जीरो पर पहुंचकर प्रशासन सरकार को कैमरे में कैद कर हकीकत दिखाई थी. जिसके बाद जिला प्रशासन हरकत में आया. वहीं आज कलेक्टर चंद्रमोहन ठाकुर, एसपी मयंक अवस्थी, माइनिंग ऑफिसर राजेंद्र परमार, एसडीओपी प्रकाश मिश्रा सहित पूरा प्रशासन अमला पहुंचकर छिपानेर से जाने वाली ककेड़ी नदी की धारा रोककर अस्थाई देवास के माफिया ने जो पुल बनाया था उसको पोकलेन मशीन से ध्वस्त करवा दिया.


ग्रामीणों ने जताया विरोध
पुल के ध्वस्त होने के बाद खेड़ा गांव के कुछ ग्रामीण ने इसका विरोध किया. उनका कहना है कि यहां से बच्चे स्कूल आते हैं, लेकिन बच्चों के नाम पर रेत माफिया प्रशासन को गुमराह कर रहे थे. इसी को देखते हुए कलेक्टर चंद्रमोहन ठाकुर ,एसपी मयंक अवस्थी  खुद छिपानेर से देवास जाने वाले खेड़ा गांव तक गए जहां उनको रेत के ढेर दिखाई दिए जिससे ये साबित हो गया कि ककेड़ी नदी से देवास का माफिया अवैध उत्खनन कर रहा था. इसके बाद तत्काल पोकलेन मशीन से ककेड़ी नदी पर बनाया अस्थाई पुल को ध्वस्त करवा दिया गया.


बता दें कि कलेक्टर चंद्रमोहन ठाकुर ,एसपी मयंक अवस्थी ने सख्त निर्देश दिए हैं, अगर किसी ने भी दोबारा यहां अस्थाई पुल बनाया, तो उस पर एफआईआर की जाएगी.


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