MP: सीहोर में बोरवेल में गिरी बच्ची को 55 घंटे बाद निकाला गया, नहीं बच सकी जान
Sehore Borewell: मंगलवार को ढाई साल की बच्ची बोरवेल में गिर गई थी. बचाव अभियान के तीसरे दिन बच्ची को बाहर निकाल लिया गया. हालांकि उसे बचाया नहीं जा सका.
Sehore Borewell Rescue: सीहोर में बोरवेल में गिरी ढाई साल की बच्ची को निकाल लिया गया हालांकि उसे बचाया नहीं जा सका. करीब 55 घंटे बाद बच्ची को निकाला गया. मंगलवार को दोपहर में मुंगावली गांव के एक खेत में 300 फुट गहरे बोरवेल में बच्ची गिर गई थी. बचाव अभियान के तीसरे दिन बच्ची को बाहर निकाला गया.
गुजरात से आई तीन सदस्यीय रोबोटिक टीम ने सृष्टि को बाहर निकाला. रोबोटिक टीम ने हुक के माध्यम से 300 फीट गहरे बोर में फंसी सृष्टि को बाहर निकाल लिया. मौके पर ही एंबुलेंस तैनात थी. सृष्टि के बाहर आते ही उसे जिला अस्पताल ले जाया गया, इधर जिला अस्पताल में पहले से ही डॉक्टरों की टीम अलर्ट मोड पर थी.
गौरतलब है कि सीहोर जिला मुख्यालय के नजदीकी ग्राम मुंगावली में मंगलवार को दोपहर एक बजे घर के बाहर खेल रही सृष्टि कुशवाह, पिता राहुल कुशवाह 300 फीट गहरे बोरवेल गिर गई थी. घटना की जानकारी मिलते ही मौके पर जिला प्रशासन की टीम पहुंच गई थी तो वहीं सृष्टि को सकुशल बाहर निकालने के लिए एनडीआरएफ और एसटीआरएफ की टीम जुट गई थी.
एनडीआरएफ और एसटीआरएफ टीम को सफलता नहीं मिलने पर सीएम शिवराज सिंह चौहान ने सेना को फोन किया और एक दिन पहले यानि बुधवार को सेना आ गई थी. हालांकि सेना को भी सृष्टि को बाहर निकालने में सफलता नहीं मिल सकी थी. नतीजतन आज सुबह गुजरात से तीन सदस्यीय रोबोटिक टीम आई और बच्ची को निकालने का प्रयास करती रही.
150 फीट पर जा फंसी थी सृष्टि
शुरुआत में बच्ची 27 फीट पर फंसी हुई थी, लेकिन खुदाई कार्य के दौरान पत्थर आ जाने की वजह और पोकलेन मशीन से हो रहे कंपन की वजह से बच्ची खिसकते खिसकते 110 फीट पर जा पहुंची है. बाद में सृष्टि 150 फीट नीचे पहुंच गई थी.
हुक में फंसकर आई थी फ्रॉक
एक दिन पहले बुधवार को एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीम द्वारा हुक के सहारे बच्चे को निकालने का प्रयास किया जा रहा था. बताया जा रहा है कि इस प्रयास में सफलता भी मिल गई थी, लेकिन ऊपर आते-आते सृष्टि वापस हुक से फिसलकर नीचे जा गिरी. वहीं बोर में पास ही पोकलेन मशीनों के माध्यम से गड्ढा भी कराया जा रहा था, लेकिन पत्थर आ जाने की वजह से यह कार्य काफी मुश्किलों भरा साबित हो रहा था.