Sehore News: मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान (Shivraj Singh Chouhan) ने सीहोर (Sehore) जिले की मथार स्थित आंगनबाड़ी को गोद लिया है. अब वे यहां पर पढ़ने वाले शून्य से लेकर 6 साल तक के 141 बच्चों की परवरिश स्वयं करेंगे. हालांकि इस आंगनबाड़ी में दो बच्चे कुपोषित श्रेणी के मिले हैं जिनको जल्द ही इस श्रेणी वे बाहर लाने के लिए कवायद भी तेज हो गई है. इधर जिले की कई आंगनबाड़ियों को स्थानीय जनप्रतिनिधि और अधिकारियों ने भी गोद लिया है. ये इन आंगनबाड़ियों में समय-समय पर जाकर बच्चों से मेल-मुलाकात करेंगे और उनके साथ कुछ समय भी बिताएंगे.
अधिकारियों ने भी दिखाई दिलचस्पी
जिले को पूरी तरह से कुपोषण मुक्त बनाने के लिए तैयारियां चल रही हैं. इसके अलावा आंगनबाड़ियों की स्थितियां भी बेहतर हो, इसके लिए भी प्रयास किए जा रहे हैं. इसको लेकर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने भी पहल की है. दरअसल उन्होंने बुदनी विधानसभा की मथार स्थित आंगनबाड़ी को गोद लेकर यहां के बच्चों की परवरिश करने का जिम्मा उठाया है. मुख्यमंत्री की प्रेरणा के बाद जिले के जनप्रतिनिधियों सहित अधिकारियों ने भी आंगनबाड़ियों को गोद लेने में दिलचस्पी दिखाई है. इसके बाद बच्चों की स्थितियों में भी सुधार दिखाई देने लगा है.
मथार आंगनबाड़ी पर एक नजर
बुदनी विधानसभा के अंतर्गत आने वाली ग्राम पंचायत मथार की आंगनबाड़ी में वर्तमान में 6 साल तक के 141 बच्चे हैं. इसमें बालकों की संख्या 76 और बालिकाओं की संख्या 65 है. मथार गांव की कुल जनसंख्या 1,042 है. इनमें पुरूष 524 और महिलाएं 518 हैं. यहां का लिंगानुपात भी 988 है. मथार में प्रधानमंत्री मात्र वंदना योजना के तहत अब तक 40 से अधिक महिलाओं को लाभ दिया जा चुका है, जबकि 48 बेटियों को लाड़ली लक्ष्मी योजना का लाभ मिल चुका है और इनमें भी 6 लाड़लियों को छात्रवृत्ति भी दी जा रही है.
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