Sehore News: मध्य प्रदेश के सीहोर जिले में सरकार कई बड़े जल संरक्षण को लेकर प्रोजेक्ट चला रही है. पानी का जलस्रोत बढ़े और लोगों की समस्या खत्म हो इसके लिए सीहोर कलेक्टर चंद्रमोहन ठाकुर ने जल सरक्षण को लेकर सभी अधिकारियों के साथ एक सप्ताह पहले बैठक भी ली थी. सीहोर जिले के पिपरियामीरा गांव में बनी जयश्री गायत्री पनीर फैक्ट्री संचालक और प्रंबधक द्वारा पर्यावरण के नियमों को ताक पर रखते हुए कई वर्षों से फैक्ट्री का दूषित जहरीला पानी लाईफलाईन सीवन नदी मे डाला जा रहा है.
किसानों को हो रहा नुकसान
इस कैमिकल युक्त पानी की वजह से हैंड पंप, कुएं, ट्यूबवेल आदि में इस केमिकल युक्त जहरीले पानी का रिसाव हो रहा है. जिसके कारण यह सभी जलस्रोत दूषित हो रहे हैं. ये अब पीने योग्य नहीं हैं. इस फैक्ट्री के द्वारा पानी में छोड़े जा रहे केमिकल युक्त जहरीले पानी के कारण जीव जंतु भी मर रहे हैं. किसानों के कुछ मवेशी भी इस पानी को पीने से बीमार हो गए हैं. कुछ किसानों की फसल खराब हो गई है. किसानों का कहना है कि एक तरफ कोरोना की तीसरी लहर से हम सब परेशान हैं दूसरी तरफ इस दूषित पानी से ग्रामीण भी परेशान हैं. पूरे गांव के लोग इस फैक्ट्री से निकलने वाले पानी के नदी में मिलने से बहुत परेशान हैं. किसानों की सब्जी की फसलें खराब हो गई है
कलेक्ट्रेट पहुचकर ग्रामीण ने की नारेबाजी
किसान और पिपरियामीरा के ग्रामीण सीहोर कलेक्ट्रेट पहुंचे जहां उन्होंने कलेक्टर को लिखित शिकायत की है कि जयश्री गायत्री पनीर फैक्ट्री के सचालंक की मनमानी से केमिकल युक्त पानी सीवन नदी में छोड दिया है जिससे हमारे खेतों की फसल खराब हो गई है. किसानों ने उसकी भरपाई करने की मांग की. साथ ही फैक्ट्री सचालंक पर एफआईआर दर्ज करने की भी मांग की.
मौके पर पहुंची तहसीलदार बनाया पचंनाम
ग्रामीणों की शिकायक के बाद मौके पर नायब तहसीलदार शैफाली जैन और पटवारी सहित बल पहुचा. उन्होंने किसानों से चर्चा कर नदी का निरीक्षण करके पचंनाम बनाया और कहा कि रिपोर्ट बनाकर एसडीएम को सौंपी जाएगी.
कार्रवाई की जाएगी-एसडीएम
इस सबंध में एसडीएम ब्रजेश सक्सेना ने बताया कि नायब तहसीलदार को पनीर फैक्ट्री से निकालने वाले दूषित पानी की जांच के लिए भेजा था. उन्होंने पंचनामा बनाकर जांच प्रतिवेदन मुझे दिया है जांच के बाद फैक्ट्री पर प्रंबधन पर वैधानिक कार्रवाई की जाएगी.
ये भी पढ़ें: