Sehore News: सीहोर में वोट पाने के लिए बीजेपी ने जिला पंचायत सदस्यों को खिलवाई थी गंगा मइया की कसम, वीडियो हुआ वायरल
MP News: वीडियो में शपथ लेते हुए पंचायत सदस्य कह रहे हैं कि, "गंगा मैया की जय, हम शपथ लेते हैं कि सीएम साहब जिस भी जिला सदस्य को अध्यक्ष बनाने का समर्थन करने को बोलेंगे हम उसका साथ देंगे.
Sehore News: मध्य प्रदेश में जिला पंचायत अध्यक्ष और उपाध्यक्ष के चुनाव संपन्न हो गए हैं. इस चुनाव में कांग्रेस और बीजेपी के बीच में जोड़-तोड़ की राजनीति भी जमकर हुई. जिला पंचायत सदस्य को कांग्रेस-बीजेपी ने अपने-अपने खेमे में लेकर बाड़े बंदी की थी. जिसको लेकर कांग्रेस और बीजेपी ने एक दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप भी लगाए थे. लेकिन सबकी निगाहें मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के गृह जिले में टिकी हुई थीं. क्योंकि जिला पंचायत अध्यक्ष का चुनाव सीहोर जिले में दिलचस्प देखा जा रहा था.
गंगा के बीच धारा में शपथ
दरअसल सीहोर में कांग्रेस और बीजेपी अपना जिला अध्यक्ष बनाने के लिए दमखम लगा रही थीं. लेकिन सीहोर के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान का गृह जिला होने के कारण वहां उनकी साख दांव पर थी. दोंनो पार्टियां अपना अध्यक्ष बनाने के लिए और कहीं क्रास वोटिंग रोकने के लिए सक्रिय थीं. बीजेपी के नेता उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में गंगा की बीच धारा में कुछ जिला पंचायत सदस्यों को हाथों में गंगाजल लेकर गंगा की कसम खिलवाई थी.
गंगा मैया की जय...
जिला पंचायत सदस्यों का गंगा की कसम खाने का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. इसमें शपथ लेते हुए जिला पंचायत सदस्य कह रहे हैं, "गंगा मैया की जय, हम शपथ लेते हैं कि सीएम साहब जिस भी जिला सदस्य को अध्यक्ष बनाने का समर्थन करने को बोलेंगे हम उसका साथ देंगे. यह कसम हम गंगा मां के बीच खाते हैं. सभी 9 लोग पूरे 5 साल और उम्र भर एक दूसरे के सहयोगी के रूप मे काम करेंगे."
इस वीडियो में सीहोर के नव निर्वाचित अध्यक्ष गोपाल सिंह इंजीनियर, ओम पटेल, अवंतिका फरेला, जलज सिंह चौहान, डॉ सुरेश वर्मा, संगीता मालवीय, बनारस पटेल, कमलेश पटेल और लखन सिंह करंजा नजर आ रहे हैं. वीडियो जिला पंचायत अध्यक्ष के चुनाव जीतने के पहले का बताया जा रहा है. इस वीडियो को लेकर कई सवाल भी खड़े होते हुए दिखाई दे रहे हैं. विपक्षी कांग्रेस ने इस वीडियो को लेकर बीजेपी पर निशाना साधा है.
ये है भाजपाईयो की स्थिति…
— Narendra Saluja (@NarendraSaluja) July 31, 2022
सीहोर ज़िला पंचायत सदस्यों को प्रयागराज ले जाकर माँ गंगा मैया की क़सम बीच नदी में खड़ाकर दिलाना पड़ रही है…
भोपाल में भी विश्वास नहीं , टेंडर वोट डलवाना पड़े… pic.twitter.com/gSJEM4bEks