Sehore News: क्या ऐसे होगा सीएम शिवराज का ड्रीम प्रोजेक्ट 'मॉडल बुधनी' कामयाब? सीहोर में हाल बेहाल
Sehore News: सीहोर में हर 15 किमी बाद सर्वसुविधायुक्त स्कूल बनाए जाने की योजना तैयार की जा रही है. लेकिन शिक्षा स्तर की बात करें तो खुद सीएम शिवराज सिंह के विधानसभा क्षेत्र बुधनी में हालत बदतर हैं.
Sehore News: 'मॉडल बुधनी' सीएम शिवराज सिंह चौहान का ड्रीम प्रोजेक्ट है. इसके तहत शिक्षा का स्तर सुधारने और बच्चों को ज्ञान, कौशल और संस्कार देने के लिए शिवराज सरकार मध्य प्रदेश में सीएम राइज स्कूल (CM Rise School) योजना लाई है. जिसके लिए भारी भरकम बजट भी प्रस्तावित है. सीहोर जिले में हर 15 किमी बाद सर्वसुविधायुक्त स्कूल बनाए जाने की योजना तैयार की जा रही है. लेकिन शिक्षा स्तर की बात करें तो खुद सीएम शिवराज सिंह चौहान के विधानसभा क्षेत्र बुधनी में हालत बदतर हैं.
108 स्कूल प्रभारी प्राचार्य के भरोसे
बुधनी-नसरुल्लागंज ब्लॉक के ज्यादातर सरकारी स्कूल प्रभारी प्राचार्यों के भरोसे चल रहे हैं. दोंनो ब्लॉकों में माध्यमिक और हाईस्कूल के कुल 114 विद्यालय हैं जिसमें से सिर्फ 6 विद्यालय में ही नियमित प्राचार्यों की तैनाती है. वहीं 108 स्कूल प्रभारी प्राचार्य के भरोसे संचालित किए जा रहे हैं. ऐसे में छात्रों की शिक्षा गुणावत्ता पर काफी असर पड़ रहा है.
हाईस्कूलों में नहीं एक भी नियमित प्रचार्य
शिक्षा विभाग से मिली जानकारी के मुताबिक, बुधनी नसरुल्लागंज ब्लॉक में कुल 51 उच्चतर माध्यमिक विद्यालय हैं जिसमें से सिर्फ 6 में ही नियमित प्राचार्य हैं. दूसरी तरफ हाईस्कूलों की संख्या कुल 57 है लेकिन एक भी हाईस्कूल में इस समय नियमित प्रचार्य की तैनाती नहीं है. लंबे समय से बुधनी क्षेत्र में स्थिति जस की तस बनी हुई है. दूरस्थ्य आदिवासी अंचलों की बात करें तो यहां कोई जाना नहीं चाहता जबकि ज्यादातर शिक्षक नगरों में ही अपनी सेवाएं देना पसंद करते हैं. सीहोर जिला पंचायत के सीईओ हर्ष सिंह से जब इस संबंध में बात की गई तो उन्होंने कहा कि मामले में वरिष्ठ अधिकारियों से चर्चा हुई है. जल्द ही सभी विद्यालयों में प्राचार्यों के पद भरे जाएंगे.
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